हैदराबाद ।। आंध्र प्रदेश में अलग तेलंगाना राज्य गठन के लिए आंदोलन दिनोदिन जोर पकड़ता जा रहा है। सोमवार को एक मंत्री और सत्तारूढ़ कांग्रेस के तीन सांसद भी आंदोलन में शामिल हो गए।

वहीं तेलंगाना संयुक्त कार्रवाई समिति (जेएसी) ने 30 सितम्बर को हैदराबाद बंद और अगले महीने तीन दिवसीय ‘रेल रोको’ आंदोलन चलाने की घोषणा कर दी है।

‘जन हड़ताल’ के 14वें दिन राज्य के ढांचागत विकास मंत्री के. वेंकटा रेड्डी और तीन सांसद प्रदर्शनों में शामिल हो गए तथा उन्होंने राज्य में अपनी पार्टी की सरकार को गिराने की चेतावनी तक दे डाली।

आंदोलन को विस्तार देते हुए तेलंगाना संयुक्त कार्रवाई समिति (जेएसी) ने सोमवार को घोषणा की कि 30 सितम्बर को हैदराबाद बंद रखा जाएगा और अगले महीने समूचे क्षेत्र में तीन दिवसीय ‘रेल रोको’ आंदोलन चलाया जाएगा।

यह आंदोलन सोमवार को राज्य सचिवालय में स्थित मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी के कार्यालय तक पहुंच गया। प्रदर्शनकारियों के गाए पारम्परिक तेलंगाना गीत समूचे परिसर में गूंजते रहे।

शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान हड़ताली कर्मचारियों ने सचिवालय परिसर में पारम्परिक तेलंगाना लोकगीत गाए और नृत्य किया।

महिला कर्मचारियों के एक समूह ने सी-ब्लॉक यानी मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने ‘बाथुकम्मा’ नृत्य किया जो क्षेत्र में वसंतोत्सव के अवसर पर किया जाता है।

अन्य हड़ताली कर्मचारी आंखों पर काली पट्टी बांधे हुए नजर आ रहे थे। राज्य के ढांचागत विकास मंत्री के. वेंकटा रेड्डी, कांग्रेस सांसद मधु याक्षी गौड़, एस. राजैया एवं पूनम प्रभाकर, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के विधायक के. तारक रामाराव तथा ई. राजेंद्र हड़ताली कर्मचारियों के साथ एकता प्रदर्शित करने पहुंच गए। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी तथा मांग की कि हड़ताली कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई न की जाए।

उधर, राज्य के स्वामित्व वाले सड़क परिवहन निगम (आरटीसी) की बसें आठवें दिन भी तेलंगाना क्षेत्र की सड़कों से नदारद रहीं।

कर्मचारियों को सचिवालय से पड़ोस के वनस्थलीपुरम ले जा रहीं आरटीसी बसों को प्रदर्शनकारियों ने रोकने का प्रयास किया। स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। पुलिस ने बताया कि कुछ तेलंगाना कार्यकर्ताओं ने कुछ निजी बसों को क्षतिग्रस्त कर दिया।

इस बीच राज्य सचिवालय की सुरक्षा बढ़ा दी गई है, क्योंकि वहां कार्यरत अधिकांश कर्मचारी आंध्र एवं रायलसीमा क्षेत्र के हैं और वे उसी इलाके में रहते हैं।

हड़ताली कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने वाले परिवहन विभाग के एक अधिकारी पर तेलंगाना कार्यकर्ताओं ने हमला भी किया।

परिवहन आयुक्त के कार्यालय में उस समय तनाव व्याप्त हो गया जब एक मंत्री तथा तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के नेताओं और आंदोलनकारी अन्य संगठनों ने नोटिस वापस लिए जाने तक परिसर को छोड़ने से इंकार कर दिया।

सहायक परिवहन आयुक्त और नेताओं के बीच गरमा-गरम बहस के दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने उनकी कमीज पकड़कर उन्हें खींच लिया। इस तरह नेताओं ने अधिकारी को कारण बताओ नोटिस वापस लेने को बाध्य कर दिया।

जेएसी ने औद्योगिक इकाइयों को बंद रखने का ऐलान भी किया है, जिसके तहत क्षेत्र में सोमवार को बड़ी संख्या में मध्यम एवं लघु औद्योगिक इकाइयां बंद रहीं।

संचालन समिति की बैठक के बाद जेएसी ने घोषणा की कि 28 सितम्बर को हैदराबाद में बड़े पैमाने पर सड़क जाम की जाएगी। जेएसी के संयोजक एम. कोडांडराम ने कहा, “कम से कम 100 जगहों पर सड़क जाम की जाएगी।”

जेएसी ने यह घोषणा भी की कि क्षेत्र में 9, 10 और 11 अक्टूबर को फिर से तीन दिवसीय ‘रेल रोको’ आंदोलन चलाया जाएगा।

दूसरी ओर, टीआरएस प्रमुख के.चंद्रशेखर राव ने सोमवार को चेतावनी दी कि तेलंगाना के किसानों की बिजली आपूर्ति में कटौती पर यदि यूं ही चुप्पी बरकरार रही तो सत्तारूढ़ कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों के घरों पर हमला किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि अलग राज्य की मांग को लेकर हैदराबाद तथा तेलंगाना क्षेत्र के नौ जिलों में 13 सितम्बर से ही ‘जन हड़ताल’ चल रही है जिसमें सरकारी कर्मचारियों सहित सड़क परिवहन निगम के कर्मचारी, शिक्षक, वकील एवं चिकित्सक तथा कोयला खदान के कर्मी तक शामिल हैं। कोयला उत्पादन बंद होने से बिजली उत्पादन और आपूर्ति भी प्रभावित हो गई है।

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