चेन्नई ।। तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में स्थित कुडनकुलम परमाणु विद्युत परियोजना (केएनपीपी) पर उठे विवाद के निपटारे के लिए केंद्रीय और राज्यस्तरीय समिति के बीच तीसरे दौर की वार्ता गुरुवार को समाप्त हो गई।

बैठक में रिपोर्टों का आदान-प्रदान हुआ लेकिन दोनों पक्षों में सहमति नहीं बन पाई। 

केंद्रीय समिति के संयोजक ए.ई. मुथुनायागम ने बैठक को ‘संतोषप्रद’ बताया, जबकि राज्य की समिति में शामिल पीपुल्स मूवमेंट अगेंस्ट न्यूक्लियर एनर्जी (पीएमएएनई) के प्रतिनिधि एम. पुष्पारायन ने आईएएनएस से कहा कि वार्ता ‘संतोषप्रद नहीं’ रही।

मुथुनायागम ने आईएएनएस से कहा, “आज (गुरुवार) की बैठक सही दिशा में चली। तिरुनेलवेली के जिलाधिकारी (आर. सेल्वराज) ने कार्यवाही का संचालन बेहतर ढंग से किया। उन्होंने परमाणु संयंत्र विरोधी कार्यकर्ताओं को भी नियंत्रण में रखा। हमने उन्हें अपनी रिपोर्ट दी और उन्होंने भी हमें एक रिपोर्ट दी है।”

इस बीच, पुष्पारायन ने कहा, “दो घंटे चली वार्ता मुख्य रूप से दस्तावेजों की जरूरत पर केंद्रित रही। दस्तावेजों की मांग हमने की थी, ताकि वार्ता सार्थक हो। हमने निर्माण की गुणवत्ता, रिएक्टर के समीप की भूमि की उर्वराशक्ति नष्ट होने की आशंका, रिएक्टर का कचरा और उसके निस्तारण से सम्बंधित सवाल उठाए।”

उनके अनुसार केंद्रीय समिति के सदस्यों ने सुझाव दिया कि कार्यकर्ता सूचना का अधिकार (आरटीआई) के माध्यम से दस्तावेज प्राप्त कर सकते हैं।

पुष्पारायन के मुताबिक केंद्रीय समिति के सदस्यों ने राज्य की समिति से कहा कि परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड ने निर्माण की गुणवत्ता की जांच की है और कहा है कि चिंता की कोई बात नहीं है।

 

 

 

 

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