कोलकाता ।। वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज द्वारा भारत के 15 बैंकों के भविष्य की रेटिंग घटाए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए रविवार को केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को भारतीय बैंकिंग क्षेत्र के हालात को लेकर चिंता नहीं करनी चाहिए।

मुखर्जी यहां ‘वैश्विक आर्थिक अस्थिरता और भारतीय अर्थव्यवस्था’ विषय पर एक सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को व्यर्थ में भारतीय बैंकिंग क्षेत्र के हालात को लेकर चिंता नहीं करनी चाहिए।” सम्मेलन का आयोजन कारोबारी संगठन एसोचैम ने किया था।

मूडीज ने हाल ही में भारत के 15 बैंकों के भविष्य की रेटिंग स्थिर से घटा कर नकारात्मक कर दी थी।

मुखर्जी ने कहा कि मौजूदा कारोबारी साल में ही बैंकों के लिए बजटीय व्यवस्था की घोषणा की जाएगी।

उन्होंने हालांकि कहा कि यूरोपीय संकट के टलने की सम्भावना नहीं दिख रही और इसका भारत से होने वाले निर्यात पर प्रभाव पड़ सकता है।

उन्होंने कहा कि सरकार आर्थिक सुधार की प्रक्रिया पर आगे बढ़ रही है।

उन्होंने कहा, “तमाम राजनीतिक मतभेदों के बावजूद वित्त क्षेत्र के तीन मसौदों पर स्थायी समिति की मंजूरी मिल गई है। ये हैं पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी, फैक्टरी विधेयक और बैंकों के कुछ ऋण। मुझे विश्वास है कि प्रत्यक्ष कर संहिता पर भी मंजूरी मिल जाएगी और उन्हें अगले कारोबारी साल में संसद में पेश 

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