नई दिल्ली ।। राजधानी के कुछ स्कूलों की चुनिंदा छात्राओं के लिए गुरुवार का दिन बेहद खास रहा। स्वंयसेवी संस्था ‘मैजिक बस’ की देखरेख में ये छात्राएं आस्ट्रेलियाई उच्चायोग में आस्ट्रेलिया की अंडर-21 हॉकी खिलाड़ियों से मिलीं और उनसे बेहतर खेल के गुर सीखे। ‘मैजिक बस’ के योगदान की बदौलत लगभग 20 छात्राओं ने आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के साथ घुलने-मिलने के अलावा काफी समय मैदान पर बिताया। इस दौरान छात्राओं के साथ-साथ हॉकी खिलाड़ियों ने भी इस मौके का भरपूर लुत्फ उठाया।

‘मैजिक बस’ का उद्देश्य भारत में खेलों के माध्यम से बच्चों के अंदर शिक्षा, स्वास्थ्य, नेतृत्व और उद्देश्यपूर्ण जीवन जीने की कला विकसित करना है। संस्था का मानना है कि इससे बच्चों के अंदर विकास का रास्ता खुलता है।

यह संस्था देश के विभिन्न हिस्सों में गरीब और मूलभूत सुविधाओं से दूर रहने वाले प्रतिभासम्पन्न बच्चों को हर प्रकार की सहायता प्रदान करती है, जिससे वे अपनी काबिलियत को निखार पाते हैं।

बीते 12 वर्षो में इस संस्था ने लगभग 150,000 बच्चों का अपनी देखरेख में विकास किया है। इसका लक्ष्य इस संख्या को 2014 तक 10 लाख पहुंचाना है। इसके लिए संस्था ने स्पोर्ट्स डेवलपमेंट प्रोग्राम चला रखा है। यह संस्था महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक और ओडिशा में काम कर रही है और आने वाले वक्त में इसका अन्य 10 राज्यों में पैर पसारने का कार्यक्रम है।

आस्ट्रेलियाई कप्तान कैरी मैक्नेल्सन ने भारतीय छात्राओं के साथ बिताए गए समय को काफी अच्छा बताया। कैरी ने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों में स्वाभाविक प्रतिभा है और इसकी झलक स्कूली छात्राओं में दिख रही है।

कैरी के मुताबिक भारत की महिला अंडर-21 टीम काफी सशक्त है और आस्ट्रेलियाई टीम उसे हर लिहाज से एक तगड़ा प्रतिद्वंद्वी मानती है। बुधवार को शास्त्री हॉकी के लीग मैच में आस्ट्रेलिया ने भारत को गोलरहित बराबरी पर रोका था।

आस्ट्रेलियाई टीम की उपकप्तान जेन क्लैस्टन ने कहा कि भारतीय स्कूली छात्राओं में सीखने की ललक है और यह बात उन्हें एक अच्छा खिलाड़ी बना सकती है।

जेन ने कहा, “हमें बताया गया कि इन छात्राओं में से अधिकतर गरीब परिवारों से ताल्लुक रखती हैं। हम जानते हैं कि गरीब के लिए कोई भी खेल जारी रखना कितना कठिन है। इसलिए हम चाहती हैं कि हमारे पास जो भी कला है, वह इस कार्यक्रम के माध्यम से इन छात्राओं को दे सकें।”

हरियाणा की सोनीपत की स्कूली छात्रा विभा ने कहा कि आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से मिलवाकर ‘मैजिक बस’ ने उन्हें न भूलने वाला अनुभव दिया है। विभा ने कहा, “हमारे लिए किसी अंतर्राष्ट्रीय टीम से मिलने का यह पहला अनुभव है। हम जानती हैं कि आस्ट्रेलिया में खेल काफी विकसित है और यही कारण है कि हम इन खिलाड़ियों से अधिक से अधिक सीखने का प्रयास कर रही हैं।”

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