नई दिल्ली ।। भारतीय फुटबॉल के तकनीकी निदेशक रॉबर्ट बॉन का मानना है कि स्ट्राइकर सुनील छेत्री और जेजे लालपेखलुवा यूरोप के शीर्ष क्लबों के लिए पूरी तरह से फिट नहीं हैं। दोनों खिलाड़ी स्कॉटलैंड के रेंजर्स में ट्रायल देकर स्वदेश लौटे हैं।

बॉन ने कहा, “सुनील और जेजे भारत के शीर्ष फुटबाल खिलाड़ी हैं और प्रतिभाओं को तलाशने वालों को इन खिलाड़ियों का खेल देखने के लिए भारत आना चाहिए था लेकिन सुनील और जेजे स्कॉटलैंड गए जो यह बताता है कि दोनों खिलाड़ी यूरोप के शीर्ष क्लबों के लिए पूरी तरह फिट नहीं है।”

अखिल भारतीय फुटबाल संघ (एआईएफएफ) के महासचिव कुशन दास ने भी रॉबर्ट से सहमति जताई है।

दास ने कहा, “भारतीय खिलाड़ी फिटनेस की समस्या से जूझते हैं। मुझे नहीं लगता कि राष्ट्रीय टीम में ऐसा कोई खिलाड़ी है जो यूरोप की दूसरी श्रेणी के क्लबों के लिए भी फिट हो।”

वहीं, बॉन के विचारों से असहमत होते हुए छेत्री ने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों में यूरोपीय क्लबों में खेलने की क्षमता है।

छेत्री ने कहा, “यह मुश्किल है लेकिन मेरा विश्वास है कि यूरोपीय लीग में खेलने की भारतीय खिलाड़ियों में क्षमता है। बुनियादी चीजें एक हैं और भारतीयों के पास कौशल है। अंतर केवल प्रशिक्षण प्रक्रिया में है।”

उल्लेखनीय है कि रॉबर्ट ने कहा है कि अभ्यास के लिए भारतीय स्ट्राइकरों का ग्लासगो जाना यह संकेत देता है कि वे यूरोप के क्लबों के लिए खेलने के लिए पूरी तरह से फिट नहीं हैं।

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