नई दिल्ली ।। भारतीय हॉकी टीम के कप्तान भरत छेत्री ने कहा है कि अगर वर्ल्ड सीरीज हॉकी का आयोजन ओलम्पिक क्वालीफाईंग टूर्नामेंट के बाद होता है तो इससे अपना नाम वापस लेने वाले खिलाड़ी इसमें खेलने के बारे में गम्भीरता से विचार करेंगे। दक्षिण अफ्रीका से चैम्पियंस चैलेंज-1 टूर्नामेंट में हिस्सा लेकर स्वदेश लौटे छेत्री ने कहा, “अगर वर्ल्ड सीरीज का आयोजन फरवरी के बाद होता है तो मेरे लिहाज से खिलाड़ी इसमें खुले दिमाग से हिस्सा ले सकेंगे।”
“ओलम्पिक क्वालीफाईंग हमारे लिए जरूरी है। हम बीजिंग में नहीं खेल पाए थे। ऐसे में हमारे लिए इस टूर्नामेंट पर ध्यान केंद्रित करना ज्यादा जरूरी है। इस बार हमारे पास ओलम्पिक में खेलने का अच्छा मौका है और हम इसे हाथ से जाने नहीं देना चाहते।”
उल्लेखनीय है कि छेत्री सहित 12 खिलाड़ियों ने बीते सप्ताह वर्ल्ड सीरीज से नाम वापस ले लिया था। हॉकी इंडिया को लिखे पत्र में इन खिलाड़ियों ने कहा था कि वे वर्ल्ड सीरीज की बजाय देश के लिए खेलना पसंद करेंगे।
वर्ल्ड सीरीज का आयोजन 17 दिसम्बर से देश के नौ शहरो में हो रहा है। इसमें नौ टीमों के 200 से अधिक खिलाड़ियों के बीच 60 से अधिक मैच खेले जाएंगे। विजेता टीम को चार करोड़ रुपये का पुरस्कार मिलेगा।
हॉकी इंडिया ने ओलम्पिक क्वालीफायर के लिए कैंप का आयोजन 11 दिसम्बर से किया है, जो जनवरी के तीसरे सप्ताह तक चलेगा। इस कारण सभी खिलाड़ियों का वर्ल्ड सीरीज में खेलना सम्भव नहीं दिख रहा है।
यह पूछे जाने पर कि क्या हॉकी इंडिया ने दबाव डालकर 12 खिलाड़ियों से पत्र पर हस्ताक्षर करवाया है? छेत्री ने कहा, “कोई भी किसी पत्र पर साइन करने के लिए हम पर दबाव नहीं डाल सकता। खिलाड़ी अच्छी तरह जानते हैं कि वे क्या कर रहे हैं।”