किंग्सटन (जमैका) ।। जमैका के फर्राटा धावक स्टीव मुलिंग्स पर आजीवन प्रतिबंध लगाया जा सकता है। मुलिंग्स को प्रतिबंधित दवा फुरोसेमाइड के सेवन का दोषी पाया गया है। मुलिंग्स के मूत्र के नमूनों में डियूरेटिक के सकारात्मक अंश पाए गए हैं। यह रसायन दूसरी प्रतिबंधित दवाइयों के असर को कम करने का काम करता है।
मुलिंग्स के मूत्र का नमूना 24 जून को जमैका नेशनल ट्रायल्स के बाद लिया गया था। इन ट्रायल्स में मुलिंग्स 100 मीटर फाइनल में तीसरे स्थान पर रहे थे।
मुलिंग्स पर वर्ष 2004 में भी दो वर्ष का प्रतिबंध लग चुका है। उस समय वह टेस्टोस्टेरोन के सेवन के दोषी पाए गए थे।
अंतर्राष्ट्रीय एथलेटिक्स महासंघ के नियमों के मुताबिक अगर कोई खिलाड़ी एक बार दो वर्ष का प्रतिबंध झेल चुका होता है और फिर डोपिंग के किसी मामले में दोषी पाया जाता है तो उस पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया जाएगा।
इस लिहाज से मुलिंग्स पर आजीवन प्रतिबंध लगाए जाने की पूरी-पूरी सम्भावना दिख रही है। 28 वर्षीय मुलिंग्स ने हालांकि कहा है कि वह कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन इन स्पोर्ट्स में इस तरह की सजा के खिलाफ अपील करेंगे।