उदयपुर, Hindi7.com ।। अपने देश के युवाओं को बेरोजगारी की मार कितनी गहरी लगी है ? इसका अंदाजा इस खबर से सहज ही लगाया जा सकता है। राजस्थान के मोहन लाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में चपरासी के 15 पदों के लिए 3,440 लोगों ने आवेदन किए हैं। आवेदन करने वालों में पीएचडी, एमबीए, एमसीए और अन्य विषयों से एम.ए. की डिग्री हासिल करने वाले भी शामिल हैं। अब इसे सरकारी नौकरी पाने की ललक कहें या बेरोजगारी के चाबुक से बेदम युवाओं की यह हसरत कि किसी तरह से कोई नौकरी मिल जाए।

आठवीं पास और हिंदी-अंग्रेजी के ज्ञान की योग्यता के साथ इस पद का मूल वेतन 4,700 रुपए है, जो भत्ते जोड़कर 7,440 के लगभग होगा। इसके लिए साक्षात्कार 23-24 जुलाई को लिये गये हैं।

जब आवेदन करने वाले एक उच्च डिग्री धारक युवा से पूछा गया कि उसने इस नौकरी के लिए आवेदन क्यों किया है ? जवाब में उसने अपना नाम न जग-जाहिर करने की शर्त पर बताया कि उसने एक निजी संस्थान से एमबीए की डिग्री हासिल की है। नौकरी के लिए कई जगह और कई बार प्रयास किये, लेकिन हर बार नाकामी हाथ लगी। अंत में थक-हार कर इस नौकरी के लिए आवेदन किया।

युवक के मुताबिक, उसने अभी तक इसके बारे में किसी को नहीं बताया है। यहां तक की अपने माता-पिता को भी नहीं। संभव है कि इस बात को जानकर उसके माता-पिता को धक्का लगे। 

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