चमोली (उत्तराखण्ड) ।। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को टीम अन्ना पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘केवल भाषण देने’ अथवा आरोप लगाने से भ्रष्टाचार को समाप्त नहीं किया जा सकता। गांधी ने कहा कि यह उनकी अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय सलाहकार परिषद (एनएसी) थी जिसने लोकपाल विधेयक पर सबसे पहले काम करना शुरू किया।

सोनिया चमोली जिले के गोचर में एक जनसभा को सम्बोधित करने वाली थीं लेकिन बुखार की वजह से वह ऐसा न कर सकीं। सोनिया की अनुपस्थिति में उनका भाषण जनसभा में पढ़ा गया।

गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार एक प्रभावी लोकपाल विधेयक संसद में पेश करने और इसे लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

गांधी ने कहा कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर लोगों को केवल दूसरों पर अंगुली नहीं उठानी चाहिए बल्कि ‘अपने भीतर झांककर देखना’ चाहिए। उन्होंने लोकपाल विधेयक को लेकर फिर आंदोलन शुरू करने की अन्ना हजारे पक्ष की चेतावनी की आलोचना की।

रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी द्वारा पढ़े गए भाषण में गांधी ने कहा, “आप जानेंगे कि यह मेरी अध्यक्षता वाली एनएसी थी जिसने लोकपाल के लिए सबसे पहले जनता से सुझाव मांगने शुरू किए। आप यह भी जानिए कि प्रधानमंत्री और हमारी पार्टी ने लगातार कहा है कि हम एक सख्त और प्रभावी लोकपाल विधेयक के पक्ष में हैं।”

उन्होंने कहा, “विधेयक को संसद में पेश किया जाएगा और हम इसे लागू करेंगे। मेरा मानना है कि विधेयक को लेकर इतना हो-हल्ला मचाने की जरूरत क्या है।”

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और टीम अन्ना पर निशाना साधते हुए गांधी ने कहा कि केवल बात करने से भ्रष्टाचार से लड़ाई नहीं लड़ी जा सकती और न ही केवल ऐसा सोचने से कि ‘हमारा भ्रष्टाचार पवित्र है और दूसरे का भ्रष्टाचार, भ्रष्टाचार है।’

गांधी ने कहा, “भ्रष्टाचार पर इन दिनों काफी चर्चा हो रही है और इसमें कोई संदेह नहीं है कि भ्रष्टाचार एक बड़ी बीमारी है और यह कमोबेश हर जगह फैल गया है। इसके खिलाफ माहौल बनाने की जरूरत है।”

उन्होंने कहा, “भ्रष्टाचार को केवल भाषण से नहीं मिटाया जा सकता और न ही केवल एक-दूसरों पर अंगुली उठाकर इसे समाप्त किया जा सकता है। सभी को अपने गिरेबां में झांकना होगा।”

उल्लेखनीय है कि सोनिया द्वारा कार्यक्रम स्थगित किए जाने के बाद रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी और रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने 125 किलोमीटर लम्बी ऋषिकेश-करंगप्रयाग रेल परियोजना की आधारशिला रखी।

जनसभा को राज्य में वर्ष 2012 में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के अभियान की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।

इसके अलावा गांधी ने मूल्य वृद्धि पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इससे आम आदमी का बोझ बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार आम आदमी को राहत पहुंचाने के लिए हरसम्भव कदम उठाएगी।

गांधी ने कहा, “आम लोगों को राहत केंद्र और राज्य सरकार दोनों के सहयोग से ही मिल सकती है।”

इसके अलावा गांधी ने कहा कि सरकार ने पंचायत राज संस्थाओं में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया है।

इसके पहले गांधी ने हरिद्वार में मंगलवार को हुए भगदड़ में मारे गए लोगों के प्रति शोक-संवेदना प्रकट की।

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