अहमदाबाद ।। गुजरात की राज्यपाल कमला बेनीवाल ने प्रदेश की मोदी सरकार को चिट्ठी लिखकर सद्भावना मिशन के तहत हुए सरकारी खर्चे पर जवाब मांगा है।
मोदी ने अपने सद्भावना मिशन के तहत गुजरात यूनिवर्सिटी में तीन दिन का उपवास रखा था। इसके बाद गुजरात में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व नेता गोवर्धन झड़ाफिया ने गवर्नर को ज्ञापन देकर सरकारी खर्चे की जांच की मांग की थी। इसी के आधार पर राज्यपाल ने मोदी सरकार से खर्चे पर जवाब मांगा है।
इससे पहले नरेंद्र मोदी ने अपने महारैली में आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार उनकी सरकार को अस्थिर करना चाहती है। उन्होंने राज भवन को कांग्रेस भवन करार देते हुए कहा था कि केंद्र पिछले दरवाजे से उनकी सरकार के कामकाज में दखल दे रही है। अपने भाषण के दौरान मोदी ने कहा था कि राज्यपाल की गरिमा बनी रहनी चाहिए।
गौरतलब है कि गुजरात सरकार से विचार-विमर्श किए बिना ही राज्यपाल बेनीवील ने राज्य के लोकायुक्त की नियुक्ति कर दी थी, जिसे लेकर भाजपा पहले से ही नाराज चल रही है और साथ ही केंद्र सरकार से उन्हें वापस बुलाने की मांग कर रही है। अब, जबकि राज्यपाल ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री से उनके तीन दिन के सद्भावना उपवास पर हुए खर्चे का हिसाब मांगा है, तो ऐसे में टकराव का गंभीर रूप लेना स्वभाविक है।