नई दिल्ली ।। 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में आरोपी द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) की सांसद कनिमोझी की जमानत याचिका खारिज होने के बाद कांग्रेस ने कहा है कि जमानत मिलने की उम्मीद अभी समाप्त नहीं हुई है।

कांग्रेस ने यह भी कहा कि अदालत के इस फैसले को दो राजनीतिक दलों के बीच रिश्तों में के संदर्भ में नहीं देखा जाना चाहिए।

कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, “जमानत पाने की उम्मीदें अभी समाप्त नहीं हुई हैं। जाहिर है कि एक मामले में किसी अदालत का नजरिया दूसरा होता है तो दूसरी अदालत किसी अन्य बिन्दु को संज्ञान में ले सकती है। लेकिन अंतिम रूप से यही कहा जा सकता है कि इस मामले में फैसला अदालत को ही लेना है।”

अदालत के फैसले पर किसी तरह का बयान देने से इंकार करते हुए तिवारी ने कहा, “इससे डीएमके और कांग्रेस के बीच रिश्तों पर असर नहीं पड़ेगा। इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में कर रही है। इस मामले में आरोप पत्र दायर किया जा चुका है और मामला अदालत के सामने विचाराधीन है।”

तिवारी ने कहा, “मैं ऐसा नहीं मानता कि अदालत के इस फैसले की वजह से दो राजनीतिक दलों के बीच हार और जीत के रूप में लिया जाना चाहिए।”

गौरतलब है कि 2जी स्पेक्ट्रम मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने गुरुवार को कनिमोझी और सात अन्य आरोपियों की जमानत याचिकाओं को खारिज कर दिया। वे अभी भी तिहाड़ जेल में बंद रहेंगे।

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