
लखनऊ ।। कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने अपने अघोषित उत्तर प्रदेश दौरे के दूसरे दिन बुधवार को मिर्जापुर जिले में चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं।
मिर्जापुर के नरसिंहपुर गांव में सुबह करीब 11.30 बजे राहुल ने चौपाल लगाकर ग्रामीणों से बिजली, पानी और खाद से जुड़ी समस्याएं सुनीं एवं उनसे केंद्रीय योजनाओं खासकर महात्मा गांधी रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के क्रियान्वयन की जानकारी ली।
मिर्जापुर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष केदार सिंह ने बताया कि कुछ ग्रामीणों ने राहुल गांधी से मनरेगा का जॉब कार्ड न मिलने की शिकायतें कीं। इस पर राहुल ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों और गरीबों के लिए शुरू की गईं हजारों करोड़ रुपये की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ क्रियान्वयन में गड़बड़ी के कारण उन तक नहीं पहुंच पा रहा है।
सिंह ने कहा कि इससे पहले राहुल ने विंध्याचल मंदिर में देवी के दर्शन किए और ख्वाजा इस्माइल चिश्ती रहीमुल्ला की दरगाह पर भी गए। बाद में चील गांव में चौपाल लगाकर लोगों से परेशानियां जानीं।
सिंह के मुताबिक सुबह दौरा शुरू करने से पहले मिर्जापुर शहर स्थित जान्हवी होटल में उन्होंने मिर्जापुर, वाराणसी, सोनभद्र के जिलाअध्यक्षों और विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों के साथ बैठक की।
सिंह के मुताबिक कांग्रेस महासचिव ने हमें गांव-गांव जाकर जनता की परेशानी सुनकर उनके लिए संघर्ष करने और केंद्रीय योजनाओं के प्रचार प्रसार का निर्देश दिया।
मिर्जापुर के बाद राहुल का काफिला भदोही जिले की तरफ बढ़ गया। इससे पहले मंगलवार को बिना किसी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम और सूचना के राहुल ने अचानक वाराणसी पहुंचकर सबको चौंका दिया था। बाद में उन्होंने चंदौली के बबुरा गांव में चौपाल लगाकर आमजनों से उनकी परेशानियां सुनी थीं।