नई दिल्ली ।। समाजसेवी अन्ना हजारे के गांव रालेगण सिद्धि से आए लोगों की मंगलवार को कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी से मुलाकात नहीं हो सकी। अलबत्ता उन्हें बैरंग ही लौटना पड़ा।

मुलाकात का आश्वासन देने वाले पार्टी के सांसद ने इसके लिए माफी मांगी और कहा कि संवादीनता के कारण ऐसा हुआ।

इडुक्की से सांसद पी. टी. थॉमस ने कहा, “मेरे दफ्तर में संवाद स्थापित करने में गलती हुई और इसके लिए मैं रालेगण सिद्धि से यहां आने वाले सरपंच तथा दूसरे लोगों से माफी मांगता हूं। आज (मंगलवार) कोई बैठक तय नहीं है।”

अन्ना हजारे के निजी सचिव सुरेश पठारे और गांव के सरपंच जयसिंह राव मापारी सहित रालेगण सिद्धि से लोगों का एक दल राहुल से मिलने के लिए सोमवार को ही दिल्ली पहुंच गया था। लेकिन मिलने का निश्चित समय नहीं होने की वजह से कांग्रेस महासचिव से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई। गांव से आए लोगों का हालांकि कहना है कि थॉमस और राहुल के कार्यालय से मुलाकात के समय को लेकर उन्हें फोन किया गया था।

मापारी ने कहा, “हमें थॉमस और राहुल गांधी के दफ्तर से फोन पर मुलाकात का समय दिया गया था। थॉमस के कार्यालय से हमें बताया गया था कि उन्होंने 18 अक्टूबर को सुबह नौ बजे का समय राहुल से मिलने के लिए निर्धारित किया है। हम इसलिए यहां आए। लेकिन अब हम राहुल से नहीं मिलना चाहते।” वे मंगलवार को रालेगण सिद्धि के लिए रवाना होंगे।

वहीं पठारे ने कहा, “हम यहां किसी राजनीतिक उद्देश्य के बगैर आए हैं। जब हम यहां आए तो हमने महसूस किया कि हमारी यात्रा को लेकर बहुत से विवाद हैं। यहां अहम की बड़ी समस्या जान पड़ती है। हम अब राहुल से नहीं मिलना चाहते। हम घर जा रहे हैं।”

उल्लेखनीय है कि थॉमस ने गत सितम्बर महीने में रालेगण सिद्धि गांव को दौरा किया था और उस दौरान गांव के सरपंच व अन्य लोगों ने राहुल गांधी से भेंट करने की इच्छा जताई थी। उन्होंने इसके लिए गत 10 सितम्बर को एक पत्र भी लिखा था।

थॉमस का कहना है कि मुलाकात तय नहीं हुई थी।

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