गोरखपुर ।। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन राव भागवत ने रविवार को कहा कि देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ होने वाले प्रत्येक आंदोलन में स्वयंसेवक सहभागिता करेंगे।

यहां के गोलघर स्थित महाराणा प्रताप इंटर कालेज में गोरखपुर महानगर द्वारा आयोजित विजयादशमी उत्सव पर स्वयंसेवक व नगरवासियों को सम्बोधित करते हुए भागवत ने कहा कि देश में भ्रष्टाचार के बढ़ते मामले चिंताजनक है। विशेष रूप से उच्च पदों पर आसीन लोगों का भ्रष्टाचार में लिप्त होना देश के लिए घातक है, इसलिए भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रत्येक आंदोलन में स्वयंसेवक भाग लेते रहे हैं और आगे भी वे इसमें सहभागिता करते रहेंगे।

संघ प्रमुख ने कहा कि हिंदुत्व का विचार किसी का विरोधी विचार नहीं है। दुनिया में हिंदुत्व को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है, जो ठीक नहीं है। धर्म को किसी पूजा-पद्धति या उपासना से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। जिस विचार या धर्म से सृष्टि, मनुष्य व समूह का हित हो, वही हिंदुत्व है।

उन्होंने वर्तमान शिक्षा पद्धति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि आज शिक्षा केवल कॅरियर बनाने तक ही सिमट कर रह गई है। प्रत्येक विद्यार्थियों की यह मानसिकता बन गई है कि हम ऐसी शिक्षा ग्रहण करें जिससे अधिक से अधिक धन कमा सकें। ऐसी मानसिकता देश के लिए अत्यंत ही घातक है।

भागवत ने कहा, “प्रबल देशभक्ति को जन-जन के भीतर उजागर करने के लिए संघ की 87 वर्षो से देशभर में शाखाएं चलाई जा रही हैं। संघ का मानना है कि देश का भला सत्ता परिवर्तन से नहीं, बल्कि समाज परिवर्तन से होगा और समाज परिवर्तन के लिए व्यक्ति परिवर्तन करने का काम संघ शाखा के माध्यम से कर रहा है।”

उन्होंने कहा कि समाज बदलने के लिए नायक की आवश्यकता पड़ती है और वही नायक की भूमिका संघ निभा रहा है।

अमेरिका व चीन पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे देश दुनिया को अपने प्रभुत्व में बांधना चाहते हैं। वे मानते हैं एक की उन्नति दूसरे को दबाकर होगी, जबकि हम पूरे विश्व को एक कुटुम्ब मानते हैं। हमारे यहां कहा गया है कि जो सबल होगा वह दूसरे को खिलाएगा। ऐसी संस्कृति दुनिया में और कहीं नहीं मिलेगी।

भागवत ने चिंता जताते हुए कहा कि दुर्भाग्य है कि आज हम दुनिया की नकल करने में लगे हुए हैं। ऐसी मानसिकता न तो अपने हित में है और न ही देश के हित में।

उन्होंने राष्ट्रीय सलाहकार परिषद द्वारा लाई जाने वाली साम्प्रदायिक व लक्षित हिंसा विधेयक को देश को तोड़ने वाला विधेयक बताया और कहा कि यह विधेयक आपसी सद्भावना को बिगाड़ेगा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता गोरखपुर विश्वद्यालय के पूर्व प्रतिकुलपति प्रो. सभाजीत मिश्र ने किया। इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रदेश अध्यक्ष डा. सूर्यप्रताप शाही भी उपस्थित थे।

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