हैदराबाद ।। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने बुधवार को कहा कि पृथक तेलंगाना राज्य के गठन के लिए आंध्र प्रदेश विधानसभा में प्रस्ताव पारित होना जरूरी नहीं है।

अपनी ‘जन चेतना यात्रा’ के दौरान निजामाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए आडवाणी ने कहा कि किसी नए राज्य के गठन के लिए किसी विधानसभा में प्रस्ताव पारित होना आवश्यक नहीं है।

आडवाणी ने कहा, “भारतीय संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। विधानसभा प्रस्ताव की कोई आवश्यकता नहीं है।”

आडवाणी ने तेलंगाना मुद्दे पर व्याप्त अनिश्चितता के लिए कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि तेलंगाना राज्य की मांग जायज है।

आडवाणी ने कहा, “खासतौर से इस मामले में यदि भारत सरकार प्रमुख विपक्षी पार्टी, भाजपा का समर्थन चाहती है, तो संसद के शीतकालीन सत्र में तेलंगाना के गठन सम्बंधी विधेयक को पारित होने में कोई कठिनाई नहीं होगी।” उन्होंने कहा कि भाजपा विधेयक का समर्थन करने के लिए तैयार है।

आडवाणी ने आशा जाहिर की कि 2012 तक तेलंगाना राज्य का गठन हो जाएगा। उन्होंने क्षेत्र के लोगों को आश्वस्त किया कि भाजपा उनके साथ है और कहा कि भाजपा के शासनकाल में तीन नए राज्यों का गठन हुआ था।

आडवाणी ने तेलंगाना राज्य के गठन के अपने वादे से पीछे हटने के लिए संप्रग सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा, “तेलंगाना राज्य के गठन का वादा करने के 15 दिनों बाद वे अपने वादे से पीछे हट गए। इसके परिणामस्वरूप इस क्षेत्र में आज ऐसे हालात पैदा हो गए हैं, जो हालात पिछले 60 वर्षो के दौरान किसी भी राज्य में नहीं रहे।”

आडवाणी ने कहा, “मैंने इस दर्जे की हड़ताल कभी नहीं देखी और मैंने अपने जीवन में ऐसा कभी नहीं देखा कि युवक किसी राजनीतिक वादे के पूरा न होने के कारण आत्महत्या कर रहे हों।”

आडवाणी की यात्रा महाराष्ट्र होते हुए मंगलवार शाम तेलंगाना पहुंची। वह हैदराबाद पहुंचने से पहले निजामाबाद, मेडक और रंगा रेड्डी जिलों में रोड शो को सम्बोधित करेंगे। वह बुधवार शाम हैदराबाद में एक जनसभा को सम्बोधित करेंगे।

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