भोपाल ।। मध्य प्रदेश में पर्यावरण के प्रति लोगों की जागरुकता का असर गणेशोत्सव में स्थापित की जाने वाली प्रतिमाओं पर भी नजर आएगा। इकोफ्रेंडली प्रतिमाओं की मांग इस बार पिछले वर्षो की तुलना में कहीं अधिक है।

धार्मिक आयोजनों पर स्थापित की जाने वाली प्रतिमाओं से पर्यावरण को नुकसान न हो, इसके लिए पश्चिम बंगाल से इंदौर पहुंचे मूर्तिकारों ने ईकोफ्रेंडली प्रतिमाएं बनाई हैं। मूर्तिकार शक्तिपाल के अनुसार, उनके समूह ने जो प्रतिमाएं बनाई हैं, वे पूरी तरह मिट्टी से बनी हैं। इनके निर्माण में जिन सामग्रियों का इस्तेमाल किया गया है, वे ईकोफ्रेंडली हैं।

भोपाल की अरेरा कॉलोनी में रहने वाले गणेश भक्त आर. ए. शर्मा ने बताया कि इस बार बाजार में ईकोफ्रेंडली प्रतिमाएं बड़ी संख्या में मिल रही हैं। वे इसे पर्यावरण संरक्षण की दिशा में की जाने वाली सार्थक पहल मानते हैं। उनका कहना है कि बड़े आकार तथा प्रदूषण बढ़ाने वाली सामग्री से बनी प्रतिमाएं घातक हैं, क्योंकि जिन स्थानों पर इनका विसर्जन किया जाता है, वहां जलसंग्रहण की क्षमता में भी कमी आ जाती है।

भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, रीवा सहित अन्य स्थानों पर भी बड़ी संख्या में ईकोफ्रेंडली प्रतिमाओं की मांग पिछले वर्षो के मुकाबले इस बार कहीं अधिक है। कई संस्थाओं ने भी जनजागृति लाने के लिए ईकोफ्रेंडली प्रतिमाएं बनाने का अभियान चलाया है।

Rate this post

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here