बीजिंग ।। चीनी पुरातत्वविदों ने रविवार को कहा कि चीन के उत्तरी प्रांत हेबी में 10,000 वर्ष पहले चिपचिपे बाजरे की खेती के प्रमाण मिले हैं।
इस्टीट्यूट ऑफ जीयोलॉजी एंड जीयोफिजिक्स ऑफ चाइना एकेडमी ऑफ साइंस के वैज्ञानिक ने कहा कि वुआन शहर के सिसहान गांव में पुरातत्व स्थल पर मिले चिपचिपे बाजरे के अवशेषों का प्रयोगशाला में जांच करने पर पता चला है कि इस फसल की कटाई 8,700 से 10,000 साल पहले नवपाषाण काल में हुई थी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक इसका मतलब हुआ कि सिसहान में ही इस फसल की खेती प्रारम्भ हुई थी।
एक वैज्ञानिक लू होयुआन ने कहा कि पुरातत्वविदों ने बाली वाले बाजरे का भी अवशेष पाया है जो 8,700 से 7,500 वर्ष पुराना है।
लू ने कहा कि प्रागैतिहासिक काल में खासतौर पर चीन के अर्धशुष्क उत्तरी क्षेत्र में धान की खेती के बजाय छोटे दाने वाली इस फसल की खेती ज्यादा प्रचलित थी।
सिसहान पुरातत्व स्थल पर हजारों सालों से 88 गड्ढों में भंडारण किया गया कुल 50,000 किलोग्राम आनाज पाया गया है। इस नवपाषाण काल के स्थल की खोज वर्ष 1972 में हुई थी।
स्थल की खुदाई में आनाज के अवशेषों के अतिरिक्त मिट्टी के बर्तन, पत्थरों के औजार, जानवरों की हड्डियां और हड्डियों से बनाए गए हस्तशिल्प मिले हैं।