मुम्बई ।। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा दूसरी तिमाही मौद्रिक समीक्षा में मौजूदा कारोबारी साल के लिए विकास के अनुमान में कमी करने और मुख्य दरों में वृद्धि करने के साथ ही बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के सूचकांक सेंसेक्स में अचानक गिरावट दर्ज की गई।

रिजर्व बैंक की घोषणा के तुरंत बाद 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स तेज गिरावट के साथ 16,900.26 पर आ गया। सेंसेक्स 17,012.79 पर खुला था और पिछले दिनों यह 16,939.28 पर बंद हुआ था।

गिरावट से पहले सेंसेक्स 17,124.68 के ऊपरी स्तर पर था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक निफ्टी भी इसी समय 5,085.55 के निचले स्तर पर आ गया।

सर्वाधिक गिरावट बैंकिंग और ब्याज दरों से प्रभावित होने वाले दूसरे सेक्टरों जैसे रियल्टी तथा उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु के शेयरों में देखी गई।

बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में इसी वक्त क्रमश: 0.46 फीसदी तथा 0.57 फीसदी तक की गिरावट देखी गई।

भारतीय रिजर्व बैंक ने मंगलवार को मुख्य ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की वृद्धि कर दी। जनवरी 2010 के बाद से रिजर्व बैंक ने मंगलवार को लगातार 13वीं बार दरों में वृद्धि की है, जिससे वाहन, आवास और वाणिज्यिक ऋण के एक बार फिर से महंगा होने की सम्भावना है।

मंगलवार को जारी दूसरी तिमाही मौद्रिक समीक्षा में रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए अनुमानित विकास दर को आठ फीसदी से घटाकर 7.6 फीसदी कर दिया, लेकिन महंगाई के मार्च 2012 तक सात फीसदी तक आ जाने के अनुमान को बरकरार रखा।

रिजर्व बैंक ने रेपो दर में 25 आधार अंकों (0.25 फीसदी) की वृद्धि करते हुए इसे 8.5 फीसदी कर दिया। रेपो दर में वृद्धि से रिवर्स रेपो दर स्वत: बढ़कर 7.5 फीसदी हो गई है।

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