लंदन ।। लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर रविवार को भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया चौथा एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मुकाबला बराबरी पर खत्म हुआ। बारिश की वजह से मैच का फैसला डकवर्थ लुइस नियम के आधार पर किया गया। पांच एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैचों की श्रृंखला में मेजबान टीम 2-0 से आगे है। इस तरह उसने एकदिवसीय श्रृंखला जीत ली है।

इंग्लैंड के हरफनमौल रवि बोपारा को 96 रनों की पारी और भारत के सुरेश रैना को 84 रनों की पारी के लिए संयुक्त रूप से मैन आफ द मैच घोषित किया गया।

टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने मध्यक्रम के बल्लेबाज सुरेश रैना [84] और कप्तान महेंद्र सिंह धौनी [नाबाद 78] की शानदार पारी की बदौलत निर्धारित 50 ओवरों में पांच विकेट के नुकसान पर 280 रन बनाए।

इसके जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की टीम 48.5 ओवर ही बल्लेबाजी कर सकी क्योंकि इसके बाद बारिश के कारण मैच रोकना पड़ा। इंग्लैंड ने आठ विकेट के नुकसान पर 270 रन बनाए। इंग्लैंड की ओर से हरफनमौला रवि बोपारा ने 96 और इयान बेल ने 54 रनों का योगदान दिया।

भारत द्वारा दिए गए लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लिश टीम की पारी की शुरुआत कप्तान एलिस्टर कुक और क्रेग कीजवेटर ने की। कीजवेटर रन गति को तेज करने के प्रयास में 12 रन के निजी योग पर रूद्रप्रताप सिंह की गेंद पर रवींद्र जडेजा को कैच थमा बैठे। उन्होंने नौ गेंदों पर एक चौका लगाया।

इंग्लैंड को दूसरा झटका कुक [12] के रूप में लगा। रुद्रप्रताप ने कुक को विराट कोहली के हाथों कैच कराया। कुक ने 18 गेंदों पर दो चौके लगाए।

मध्यक्रम के बल्लेबाज जोनाथन ट्रॉट ने 23 रनों का योगदान दिया। प्रवीण कुमार की गेंद पर बोल्ड होने से पहले ट्रॉट ने 27 गेंदों पर चार चौके लगाए। इयान बेल 73 गेंदों में तीन चौके की मदद से 54 रन बनाकर जडेजा की गेंद पर स्थानापन्न मनीष तिवारी के हाथों लपके गए। बेन स्टोक्स सात रन बना सके और वह रविचंद्रन अश्विन के गेंद पर उन्हीं को कैच थमा बैठे।

टिम ब्रेस्नन 22 गेंदों में दो चौके की मदद से 27 रन बनाकर रूद्रप्रताप सिंह की गेंद पर बोल्ड हो गए। ग्रीम स्वान 23 गेंदों में तीन चौके की मदद से 31 रन बनाकर रन आउट हो गए।

इंग्लैंड का आठवां विकेट रवि बोपारा के रूप में गिरा। बोपारा ने 111 गेंदों में छह चौके की मदद से 96 रन बनाए। वह चार रन से शतक से चूक गए। बोपारा मुनाफ पटेल की गेंद पर छक्का जड़ने के प्रयास में रवींद्र जडेजा के हाथों लपके गए।

भारत की ओर से रूद्रप्रताप सिंह को तीन विकेट मिले जबकि प्रवीण कुमार, रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा और मुनाफ पटेल को एक-एक विकेट मिला।

इससे पहले, भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए मध्यक्रम के बल्लेबाज सुरेश रैना [84] और कप्तान महेंद्र सिंह धौनी [नाबाद 78] की शानदार पारी की बदौलत निर्धारित 50 ओवरों में पांच विकेट के नुकसान पर 280 रन बनाए।

पारी की शुरुआत करने आए सलामी बल्लेबाज अंजिक्य रेहाने और पार्थिव पटेल ने भारत को सधी शुरुआत दिलाई। इन दोनों बल्लेबाजों ने सम्भलकर खेलते हुए पहले विकेट के लिए 65 रन जोड़े। तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने रेहाने को 38 रन के निजी योग पर पगबाधा आउट किया। रेहाने ने 53 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया।

रेहाने के आउट होने के कुछ देर बाद पार्थिव भी 32 गेंदों पर तीन चौकों और एक छक्के की मदद से 27 रन बनाकर आउट हो गए। पार्थिव को ब्रॉड ने रवि बोपारा के हाथों कैच कराया।

भारत का तीसरा विकेट कोहली [16] के रूप में गिरा। कोहली को ग्रीम स्वान ने विकेट कीपर क्रेग कीजवेटर के हाथों लपकवाया। इसके बाद राहुल द्रविड़ भी 33 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 19 रन बनाकर चलते बने। द्रविड़ को स्वान ने अपनी ही गेंद पर कैच आउट किया। कोहली और द्रविड़ ने तीसरे विकेट के लिए 39 रन जोड़े।

इसके बाद रैना और धौनी ने पारी को सम्भालने की कोशिश की और इन दोनों बल्लेबाजों ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए पांचवें विकेट के लिए 169 रनों की साझेदारी की। रैना ने 75 गेंदों पर सात चौके और दो छक्के लगाए। गेंद को सीमा रेखा से बाहर पहुंचाने के प्रयास में रैना स्टीवन फिन की गेंद पर बेन स्टोक्स के हाथों लपके गए। जडेजा बिना खाता खोले नाबाद लौटे।

इंग्लैंड की ओर से ब्रॉड और स्वान ने दो-दो विकेट झटके जबकि एक विकेट फिन के खाते में गया।

Rate this post

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here