नई दिल्ली ।। सर्वोच्च न्यायालय ने शुक्रवार को एन. श्रीनिवासन के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड [बीसीसीआई] के अध्यक्ष पद पर आसीन होने का रास्ता साफ कर दिया। श्रीनिवासन इस महीने अध्यक्ष पद सम्भालेंगे।

बीसीसीआई के वकील ने न्यायालय को बताया कि अध्यक्ष के रूप में श्रीनिवासन की पदोन्नति उनके इस पद के लिए चुनाव को चुनौती देने वाली याचिका पर आने वाले निर्णय पर निर्भर करेगा।

न्यायाधीश आफताब आलम और न्यायाधीश आर.एम. लोढ़ा ने शुक्रवार को बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष ए.सी. मुथैया द्वारा दायर याचिका की सुनावाई के दौरान यह फैसला सुनाया।

याचिका में कहा गया था कि चूंकी श्रीनिवासन की कम्पनी इंडिया सिमेंट्स का इंडियन प्रीमियर लीग [आईपीएल] की फ्रेंचाइजी टीम-चेन्नई सुपर किंग्स पर स्वामित्व है, ऐसे में श्रीनिवासन का बीसीसीआई अध्यक्ष बनना जायज नहीं है।

न्यायालय ने श्रीनिवासन के बीसीसीआई अध्यक्ष पद पर पदोन्नति का रास्ता साफ करते हुए कहा कि अगर वह श्रीनिवासन को ऐसा नहीं करने देगा तो इस सम्बंध में दायर मुख्य याचिका को लेकर फैसला सुनाने लायक कुछ नहीं रह जाएगा।

मुथैया ने अपनी याचिका में श्रीनिवासन के बीसीसीआई में मौजूद रहने पर सवाल खड़े किए हैं। अब यह मामला न्यायाधीश जे.एन. पांचाल और न्यायाधीश ज्ञान सुधा मिश्रा की खंडपीठ द्वारा विभाजित फैसला सुनाए जाने के बाद बड़े खंडपीठ को सौंप दिया गया है।

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