इलाहाबाद ।। भारतीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी संस्थान [आईआईआईटी] के कुछ छात्रों ने गरीब परिवार के बच्चों का भविष्य संवारने का बीड़ा उठाया है। आईआईआईटी के ये छात्र संसाधनों से वंचित इन बच्चों को मुफ्त शिक्षा दे रहे हैं।
इलाहाबाद के झ्झलवा स्थित आईआईआईटी के करीब 10 इंजीनियरिंग के छात्र नियिमत रूप से अपनी व्यस्त दिनचर्या से समय निकालकर आस-पास के इलाके की झुग्गी बस्तियों में रहने वाले बच्चों को पिछले एक साल से मुफ्त शिक्षा दे रहे हैं।
इस अनोखी पहल में शामिल आईआईआईटी के बी.टेक. तृतीय वर्ष के छात्र राहुल कुमार ने आईएएनएस को बताया, “हमारा मानना है कि हम सभी की कुछ सामाजिक जिम्मेदारियां होती हैं, जिन्हें हमें अपने जीवन में आगे बढ़ने के साथ-साथ पूरा करने की कोशिश करनी चाहिए।”
उन्होंने बताया कि 6-14 वर्ष की आयु वर्ग के सौ से ज्यादा गरीब बच्चे नियिमत रूप से यहां पढ़ते हैं। इन बच्चों में कोई कूड़ा बीनता है, तो कोई सड़क किनारे बांस के पंखे व टोकरियां बेचता है तो कोई अपने पिता की सब्जी व फल की दुकान में हाथ बंटाता है।
कुमार ने बताया, “हम लोग हर रोज शाम को डेढ़ से दो घंटे का समय निकालते हैं। मैं आपको बता नहीं सकता हूं कि इन गरीब बच्चों को पढ़ाकर हमें कितना सकून मिलता है।”
इंजीनियरिंग के छात्र इन बच्चों को हिंदी, अंग्रेजी का अक्षर ज्ञान और गणित के अलावा नैतिक शिक्षा भी देते हैं। कुमार ने कहा कि ये बच्चे बेहद गरीब परिवारों से हैं।
गरीब बच्चों का पढ़ाने की शुरुआत छह साल पहले संस्थान के ही छात्र रहे रवि चंद्रा और ओ.पी.उपाध्याय ने की थी। मुहिम में शामिल एक और छात्र अभिनव गुप्ता ने कहा, “अपने वरिष्ठों के संस्थान से जाने के बाद हम लोगों ने इस मुहिम को आगे बढ़ाया।”