
मुम्बई ।। मुम्बई में वर्ष 2012 में मेट्रो का परिचालन आरम्भ हो जाएगा। 2,356 करोड़ रुपये की लागत से शुरु की गई मुम्बई मेट्रो रेल की प्रथम परियोजना का 80 प्रतिशत से अधिक निर्माण कार्य पूरा हो गया है।
इस मेगा परियोजना के अंतर्गत अगले कुछ वर्षो में अन्य चरणों की शुरुआत हो जाएगी लेकिन पहले चरण के अंतर्गत अंधेरी पश्चिम में वरसोवा को पूर्वी नगर परिसर के घाटकोपर से जोड़ा जाएगा। इस मार्ग की दूरी 11.07 किलोमीटर होगी।
मुम्बई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण [एमएमआरडीए] के नगर आयुक्त राहुल अस्थाना ने कहा, ” इस कॉरीडोर पर कुल 80 प्रतिशत अधिक कार्य पूरा हो चुका है और हम उम्मीद करते हैं कि वर्ष 2012 से मेट्रो रेल-1 पूरी तरह कार्यरत हो जाएगी।”
मेट्रो रेल परियोजना को रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर की एक इकाई एमएमआरडीए और वीओलिया ट्रांसपोर्ट के साथ मिलकर सम्पन्न किया जा रहा है।
वरसोवा और घाटकोपर जैसी घनी आबादी वाले क्षेत्रों को मेट्रो से जोड़ने के बाद यात्रा में लगने वाला समय काफी कम हो जाएगा। पहले जहां घाटकोपर से वरसोवा जाने में 71 मिनट का समय लगता था वहीं अब मेट्रो से महज 21 मिनट में यह दूरी तय की जा सकेगी।
मुम्बई मेट्रो मास्टर प्लान के मुताबिक पूरे परियोजना को तीन चरणों में पूरा किया जाएगा जिसमें मेट्रो के नौ मार्ग बनाए जाएंगे। कुल मार्गों की दूरी 146.5 किलोमीटर की होगी जबकि 32.50 किलोमीटर मार्ग भूमिगत रहेगा। इसकी कुल लागत 20,000 करोड़ रुपये होगी।
पहले चरण में चारकोप-बांद्रा मनखुर्द [31.80 किलोमीटर] और कोलाबा-बांद्रा [20 किलोमीटर] को बीच निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा।
दूसरे चरण के अंतर्गत चारकोप-दहिसर [7.50 किलोमीटर], घाटकोपर-मुलुंड [12.50 किलोमीटर] और मुम्बई हवाई अड्डा से होकर गुजरने वाली बीकेसी-कंजुरमार्ग [19.50 किलोमीटर] आएगा।
तीसरे चरण के अंतर्गत अंधेरी पूर्व से दहिसर पूर्व [18 किलोमीटर], घाटकोपर से फ्लोरा फाउंटेन [21 किलोमीटर] और सेवरी से प्रभादेवी को जोड़ा जाएगा। इन मार्गों पर रेलगाड़ियां जमीन के नीचे दौड़ेंगी।