पटना ।। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में लगे राष्ट्रीय पुस्तक मेले में उमड़ रही पुस्तक प्रेमियों की भीड़ को देखकर लग रहा है कि शायद लोग इस बात को समझने लगे हैं कि पुस्तकों से अच्छा कोई मित्र नहीं है।

यही वजह है कि इस पुस्तक मेले के लिए लोगों में गजब का उत्साह दिख रहा है। पुस्तक मेले के पांचवें दिन बुधवार को भी सुबह से ही पुस्तक प्रेमियों की भीड़ किताबों के स्टॉल्स पर पहुंचने लगी थी। हर रोज शाम होते-होते भीड़ बढ़ जाती है। इधर, सिमेज सार्वजनिक पुस्तकालय का स्टॉल पुस्तक प्रेमियों के लिए विशेष आकर्षण बना हुआ है। इस स्टॉल पर मात्र सौ रुपये में पुस्तक प्रेमियों को पुस्तकालय की सदस्यता दी जा रही है। इसके बाद पाठक महंगी पुस्तकें निशुल्क घर ले जा सकते हैं। 

इधर, प्रसिद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे की पुस्तकें भी पुस्तक प्रेमियों खासकर युवाओं की पसंद बनी हुई हैं। ‘क्रांतिदूत अन्ना हजारे’ किताब की यहां काफी मांग है। इस पुस्तक की अब तक सौ प्रतियां बिक चुकी हैं जबकि अन्ना के आंदोलन से चर्चा में आए जनलोकपाल विधेयक के प्रारूप की 200 से अधिक प्रतियां लोगों ने खरीदी हैं। 

साहित्य दर्पण प्रकाशन के सुनील कुमार सिंह कहते हैं कि हिन्दी साहित्य की पुस्तकों की अच्छी बिक्री हो रही है। लोग अपनी-अपनी रुचि की पुस्तकें खरीदने आ रहे हैं। 

करीब 70,000 वर्गफुट में लगने वाले इस मेले में प्रकाशक इस वर्ष अपनी नई पुस्तकों के साथ पाठकों को आकर्षित करने में लगे हैं। राष्ट्रीय पुस्तक मेले में नेशनल बुक ट्रस्ट, साहित्य अकादमी, ऑक्सफोर्ड, वाणी, राजकमल, प्रभात प्रकाशन, एकलव्य प्रकाशन सहित देश के करीब 175 प्रकाशकों के स्टॉल्स पर पुस्तकों की भरमार है। यह मेला 19 नवंबर तक चलेगा। 

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