नई दिल्ली ।। पुरानी दिल्ली के चांदनी महल इलाके में जमींदोज तिमंजिला इमारत के मलबे से बुधवार को पांच वर्षीय बच्चे को सुरक्षित निकाला गया, जबकि मंगलवार को हुए इस हादसे में मरने वालों की संख्या सात हो गई है। दिल्ली नगर निगम ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि राहतकर्मियों ने पांच वर्षीय अमान को कटरा दाता राम की हवेली के मलबे से सुरक्षित निकाला गया है और कोई नहीं मिला। इस हादसे में 25 लोग घायल हुए हैं।
इलाके को पुलिस द्वारा घटनास्थल की घेराबंदी किए जाने के बावजूद वहां स्थानीय लोगों ने सुबह होते ही जमा होना शुरू कर दिया।
दिल्ली नगर निगम के प्रवक्ता दीप माथुर ने आईएएनएस को बताया, “शहर क्षेत्र के उपायुक्त इस मामले की जांच करेंगे। इस मामले की प्रारम्भिक रपट बुधवार शाम तक निगमायुक्त को सौंप दी जाएगी।”
तीन दिन के अंदर जांच पूरी कर इसकी रपट c को सौंप दी जाएगी।
दिल्ली नगर निगम, अग्निशमन विभाग और राष्ट्रीय आपदा राहत बल के कर्मी राहत कार्य जारी रखे हुए हैं।
इस हादसे में दो अज्ञात व्यक्तियों के अलावा 40 वर्षीय अरशद और चार महिलाओं-18 वर्षीया तब्बसुम,18 वर्षीया शौकत बी, 65 वर्षीया फातिमा और 70 वर्षीया मुन्नी देवी की मौत हो गई। इन सभी को लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल ले जाए जाने पर चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि समीप बन रही एक अन्य इमारत के लिए हो रही खुदाई के कारण यह हादसा हुआ।
स्थानीय निवासी शाइजी खान ने कहा, “तेज आवाज हुई। हमने सोचा कि कोई धमाका हुआ है। हम बाहर आए तो अंधेरा एवं धुआं चारों तरफ छाया हुआ था।”
खान ने कहा कि कुछ समय बाद मालूम हुआ कि इमारत ढह गई है।
एक स्थानीय निवासी ने बताया कि इस इमारत के एक हिस्से में दो हफ्ते पहले इस निर्माण कार्य शुरू हुआ था।
सूचना के अधिकार कार्यकर्ता रिजवान खान ने कहा, “इस तंग इलाके में निर्माण कार्य जारी है। हमने सूचना के अधिकार के तहत कई पत्र भेजकर जानना चाहा कि आखिर दिल्ली नगर निगम के नियमों के बाद भी ऐसा कैसे हो रहा है?”
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री एवं चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र से सांसद कपिल सिब्बल ने अस्पताल जाकर घायलों का हालचाल पूछा। जामा मस्जिद के इमाम सैयद अहमद बुखारी ने भी अस्पताल का दौरा किया।