शिमला ।। हिमचल प्रदेश की राज्यपाल उर्मिला सिंह ने कहा कि प्रसिद्घ रेणुका जी मेला भगवान परशुराम जी का अपनी माता रेणुका जी के प्रति असीम स्नेह एवं श्रद्घा का द्योतक है, जो भारतीय समाज के समृद्घ मूल्यों को दर्शाता है।
राज्यपाल गुरुवार को सिरमौर जिला के रेणुका जी में अन्तर्राष्ट्रीय रेणुका मेले के समापन समारोह को सम्बोधित कर रही थी। उर्मिला सिंह ने कहा कि रेणुका जी का अपना धार्मिक महत्व है तथा प्रदेश तथा प्रदेश के बाहर से असंख्य लोग यहां पूजा अर्चना करने आते हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पर्यटन की अपार क्षमताएं हैं तथा प्रति वर्ष हज़ारों की संख्या में लोग श्री रेणुकाजी आते हैं।
राज्यपाल ने कहा कि मेले व उत्सव हिमाचल प्रदेश की समृद्घ सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक हैं तथा इन्हें हर हाल में संरक्षण दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के उत्सवों में प्रदेश की समृद्घ संस्कृति की झलक देखने को मिलती है, जो आपसी भाईचारे को भी सुदृढ़ करती है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के मेले व उत्सवों के आयोजन से हमारे नई पीढ़ी को देश व प्रदेश की समृद्घ संस्कृति की जानकारी भी मिलती है।
इससे पूर्व, राज्यपाल ने भगवान परशुराम जी तथा माता रेणुका जी मंदिरों में पूजा अर्चना की तथा ‘देव विदाई’ में भाग लिया।
राज्यपाल ने इस अवसर पर विभिन्न विभागों एवं संगठनों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का भी दौरा किया तथा इसमें गहरी रूचि ली। उन्होंने प्रदर्शनी में भाग लेने वाले विजेताओं को पुरस्कार भी वितरित किए।