शिमला ।। एक समय था जब शिमला में ब्रिटिश शासनकाल के दौरान बने माल रोड का उपयोग केवल अंग्रेज ही करते थे, लेकिन अब राज्य सरकार ने विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से इसके कायाकल्प की कवायद शुरू कर दी है।

इसे और खूबसूरत बनाने के लिए अब यूरोपीय शैली के पत्थर लगाए जाएंगे। शिमला नगर निगम के आयुक्त ए.एन.शर्मा ने आईएएनएस को बताया, “पूरे माल रोड की सूरत बदलने के लिए करीब 70 करोड़ रुपये की योजना तैयार की गई है और इसे चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा। इस योजना का मुख्य उद्देश्य माल रोड को और खूबसूरत बनाना है।”

शर्मा ने कहा राज्य के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है जो इस योजना को लागू करने पर काम करेगी।

शिमला नगर निगम तकनीकी रूप से रामकी एनवीरो इंजीनियर्स लिमिटेड के साथ मिलकर शिमला टाउन प्लान तैयार करती है।

माल रोड को खूबसूरत बनाने की योजना के तहत यहां पर पार्को का निर्माण किया जाएगा तथा सही वाहनों के पार्किं ग की अच्छी व्यवस्था की जाएगी। पर्यावरण के अनुकूल परिवहन प्रणाली शुरू की जाएगी।

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि माल रोड को सुंदर बनाने के लिए यूरोप के चिकने पत्थरों को लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि ब्रिटिश शासन के दौरान बनाए गए कुछ स्मारक जिनकी हालत अब खराब हो चुकी है, उनका भी कायाकल्प किया जाएगा।

शिमला में वर्ष 1950 के दशक में बसने वाले एक बुजुर्ग भिवानी सिंह ने कहा कि ब्रिटिश शासनकाल के दौरान बनायी गई इमारतें अब धीरे धीरे गुमनामी के अंधेरे में लुप्त हो रही हैं। गेयटी थियेटर के आधार पर उनका भी पुर्ननिर्माण किया जाना चाहिए।

सिंह ने बताया कि खूबसूरती बढ़ाने की बजाय इस कस्बे का पुनर्निर्माण किया जाना चाहिए।

इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने आईएएनएस को बताया कि इस राज्य को लोग विश्वभर में केवल शिमला के नाम से ही जानते हैं।

उन्होंने कहा, “आप पूरे विश्व में कहीं भी जा सकते हैं और यदि आप किसी को बताएंगे कि मैं हिमाचल प्रदेश से हूं तो कोई भी आपको नहीं पहचानेगा। लेकिन जब आप यह कहेंगे कि मैं शिमला का हूं तो लोग तुरंत आपको पहचान जाएंगे। विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए शिमला की खूबसूरती को बढ़ाने पर ध्यान दिया जा रहा है।”

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