श्रीनगर ।। कश्मीर में मंत्रिमंडल में सीट के लिए रिश्वत मामले में रविवार को उस वक्त एक नया मोड़ आ गया जब आवाज की नकल करने वाले एक युवा कलाकार ने स्वीकार किया कि नेशनल कांफ्रेंस के कार्यकर्ता सईद मुहम्मद यूसुफ के कहने पर वह केंद्रीय मंत्री फारूक अब्दुल्ला की आवाज का नकल किया करता था।

दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के रहने वाले कलाकार एजाज मलिक ने रविवार को पुलवामा में दंडाधिकारी के समक्ष दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराया। इस दौरान उसने स्वीकार किया कि यूसुफ के कहने पर वह अब्दुल्ला की आवाज निकालता था।

उल्लेखनीय है कि यूसुफ की पिछले महीने पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी जिस पर कश्मीर में काफी हंगामा हुआ।

मलिक ने अपने बयान में कहा, “यूफुफ के कहने पर मैं फोन पर अब्दुल्ला की आवाज में बात करता था। इसके एवज में हर बार मुझे 2000 रुपये मिलते थे।”

एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि यूसुफ की फोन कॉल रिकार्ड से मलिक और यूसुफ की नजदीकी का पता चला। दोनों नियमित रूप से संपर्क में थे। इसके बाद ही मलिक पर संदेह गहराया।

नेशनल कान्फ्रेंस पार्टी के एक अन्य कार्यकर्ता मुहम्मद यूसुफ भट्ट ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से शिकायत की थी कि यूसुफ ने मंत्री पद दिलाने के लिए उससे 85 लाख रुपये रिश्वत ली थी। भट्ट ने दावा किया था कि यूसुफ ने फोन पर फारूक अब्दुल्ला से उसकी बातचीत कराई थी।

यूसुफ की 30 सितंबर को पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। एक दिन पूर्व वह मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के आवास पर गए थे। उनकी मौत ने राज्य के राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर दी थी।

विपक्षी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने आरोप लगाया कि नेशनल कांफ्रेंस के दो अन्य कार्यकार्ताओं के साथ उमर के आवास पर बुलाए जाने के बाद यूसुफ की मौत संदिग्ध हालात में हुई थी।

उल्लेखनीय है कि 12 अक्टूबर को फोरेंसिक जांच की रिपोर्ट में पुष्टि की गई थी कि यूसुफ की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई, यंत्रणा के कारण नहीं।

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