तिरुवनंतपुरम ।। केरल विधानसभा अध्यक्ष जी. कार्तिकेयन द्वारा विपक्षी वाम दल के दो विधायकों को दुर्व्यवहार के चलते सदन से दो दिनों के लिए निलम्बित किए जाने के बाद मंगलवार को वामदल के विधायकों ने सदन के बाद सड़क पर भी प्रदर्शन किया।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) से पहली बार विधायक चुने गए टी. वी. राजेश और जेम्स मैथ्यू को विधानसभा अध्यक्ष कार्तिकेयन ने निलम्बित कर दिया था।
वाम दल के बाकी विधायकों ने भी निलम्बित किए गए दोनों विधायकों के साथ विधानसभा में ही रात गुजारी। मंगलवार सुबह प्रश्नकाल शुरू होने से ठीक पहले राजेश और मैथ्यू 8.30 बजे सदन से चले गए। वहीं वाम दल के अन्य विधायक सदन में नारा लगाते हुए डटे रहे।
मुख्यमंत्री ओमान चंडी ने कहा कि इस प्रकार के गतिरोध से यह सम्भव नहीं है कि प्रश्नकाल, शून्यकाल और दिन की कार्यवाही सम्पन्न कराई जा सके।
इस बीच विपक्ष के नेता वी. एस. अच्युतानंदन ने दोनों विधायकों के निलम्बन को पक्षपातपूर्ण और गैर लोकतांत्रिक बताते हुए मीडिया से कहा, “लोगों को बताना पड़ेगा कि यहां क्या हो रहा है और किस तरीके से सदन के लोकतांत्रिक सिद्धांतों का गलत प्रयोग किया जा रहा है।”
“महिला सुरक्षाकर्मियों के साथ दोनों विधायकों के मारपीट की बात वीडियो फुटेज देखने के बाद गलत साबित हो चुकी है। क्या आप ने नहीं देखा कि कृषिमंत्री के. पी. मोहनन ने किस तरह व्यवहार किया?”
निलम्बन का विरोध करने के लिए वाम दल के विधायक सड़कों पर उतर आए। अच्युतानंदन ने सभा में कहा कि उनको ऐसा कदम उठाने के लिए क्यों विवश होना पड़ा।
शुक्रवार को सदन में अध्यक्ष के आसन की तरफ बढ़ रहे दोनों विधायकों ने रोके जाने पर महिला सुरक्षाकर्मी से मारपीट की थी।