भोपाल ।। मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ‘राहुल’ ने कहा है कि राज्य में शिवराज सिंह चौहान की ‘वादा खिलाफ’ सरकार का राज चल रहा है। इस सरकार ने हर वर्ग को छला है और अपने वादे पूरे नहीं किए हैं।
कांग्रेस नेता सिंह ने भोपाल में ‘आईएएनएस’ से खास बातचीत में कहा, “यह सरकार लगभग हर क्षेत्र में पूरी तरह असफल साबित हो रही है, बात चाहे किसानों की समस्याओं की हो या आमजन की, सरकार सिर्फ खोखले वादों के आधार पर ही खड़ी नजर आती है। आगामी चुनाव में प्रदेश की जनता भ्रष्ट और वादा खिलाफ सरकार को उखाड़ फेंकेगी।”
एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा, “मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पहले कार्यकाल के तीन सालों में प्रदेशवासियों को उनसे उम्मीदें थीं। ऐसा इसलिए था क्योंकि जब भी सत्ता परिवर्तन होता है, लोग उम्मीद लगाते हैं। लोगों को लगा भी कि जो योजनाएं बनाई जा रही हैं, वे अमल में लाई जाएंगी, मगर ऐसा हुआ नहीं।”
शिवराज के दूसरे कार्यकाल को सिंह निराशाजनक बताते हैं। वह कहते हैं, “पहले कार्यकाल में इस सरकार की जो कुछ प्रशासनिक पकड़ बनी थी, वह दूसरे कार्यकाल में पूरी तरह ढीली नजर आ रही है। सरकार सिर्फ वादे करती है मगर वे हकीकत में साकार होते नजर नहीं आते। कोरे वादों के सहारे जनता को ज्यादा दिन तक मूर्ख नहीं बनाया जा सकता।”
राज्य में वर्ष 2003 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार का कारण बिजली और सड़क की समस्या बनी थी। सिंह से पूछा गया कि अब कैसे हालात हैं तो उनका जवाब था, “हालात उस समय से भी बदतर हैं। सड़कों पर कुछ काम हुआ है, मगर बिजली का बुरा हाल है। बिजली खरीद पर खूब खर्च हो रहा है, मगर लोगों को बिजली नहीं मिल रही है। 16 घंटे बिजली देने की बात होती है, मगर हकीकत में गांव वालों को छह घंटे भी बिजली नहीं मिल रही है। वर्तमान में राष्ट्रीय राजमार्गो को छोड़कर सभी मार्गो का बुरा हाल है। स्वास्थ्य सेवाएं चौपट हैं, कुपोषण किसी से छुपा नहीं है, कानून-व्यवस्था गड़बड़ा चुकी है, अपराध चरम पर है।”
भाजपा द्वारा केंद्र सरकार पर लगाए जा रहे भ्रष्टाचार के आरोपों का जवाब देते हुए सिंह कहते हैं कि केंद्र में तो मंत्रियों पर जवाबदेही तय है और उन्हें जेल तक जान पड़ा है, मगर राज्य में मंत्रियों के खिलाफ लोकायुक्त के पास शिकायतें दर्ज हैं, लेकिन सरकार कार्रवाई की अनुमति नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में जिस मंत्री को पहले भ्रष्टाचार के आरोप में हटाया गया था, उसे फिर मंत्री बना दिया गया है।
राज्य में चल रहे अवैध खनन का जिक्र करते हुए सिंह कहते हैं कि पूरे प्रदेश में सरकार के नुमाइंदों के संरक्षण में अवैध खनन का काम चल रहा है। आधिकारियों की रिपोर्ट भी आती है कि अवैध खनन मंत्री के परिजन कर रहे हैं, मगर सरकार उस रिपोर्ट को ही नकार देती है।
कांग्रेस की गुटबाजी को नकारते हुए सिंह कहते हैं, “कांग्रेस पूरी तरह एकजुट है। जब जरूरत होती है तब सभी नेता एक मंच पर आते हैं। पार्टी में जब बिखराव है ही नहीं तो एकजुटता दिखाने की जरूरत भी नहीं है।”
प्रदेश कांग्रेस पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का प्रभाव होने के सवाल पर सिंह ने कहा, “दिग्विजय सिंह इस प्रदेश में 10 वर्ष तक मुख्यमंत्री रहे हैं, वह कांग्रेस की प्रदेश इकाई के भी अध्यक्ष रहे। स्वाभाविक है कि उनसे लोगों का जुड़ाव है, इस जुड़ाव को ‘प्रदेश कांग्रेस का उनकी मुट्ठी में होना’ कहना गलत है।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पहले विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव के जरिये शिवराज सरकार को घेरा था और अब इस सरकार को सड़क पर घेरा जा रहा है। यह सिलसिला कांग्रेस आगे भी जारी रखेगी। सिंह कहते हैं कि सरकार की नीतियां, भ्रष्टाचार, अवैध खनन और वादा खिलाफी ऐसे मुद्दे हैं, जिनके आधार पर कांग्रेस भाजपा का चेहरा बेनकाब करेगी