पटना ।। बिहार के सस्पेंड आईएएस अधिकारी शिवशंकर वर्मा के आलीशान तीन मंजिला मकान में नजारा बदल गया है। वहां अब अधिकारी की नेम प्लेट की जगह पर प्राइमरी स्कूल का बोर्ड लगा है और बच्चों का शोर सुनाई दे रहा है।


पटना हाई कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद जिला प्रशासन ने चार सितंबर को शिवशंकर के मकान को जब्त कर लिया था और राजकीय संपत्ति घोषित करने के बाद इसे मानव संसाधन विभाग के सुपुर्द कर दिया था।


आय से ज्यादा संपत्ति जमा करने के मामले में विशेष न्यायालय ने शिवशंकर के करीब डेढ़ करोड़ रुपए के मकान को जब्त करने का आदेश दिया था, जिस पर पटना हाई कोर्ट ने भी अपनी मुहर लगा दी थी।


विद्यालय प्रबंध समिति की अध्यक्ष सीता देवी ने इस प्राइमरी स्कूल का आज उद्घाटन किया, जिसमें पढ़ने वाले ज्यादातर बच्चे दलित समुदाय के हैं।


पटना के जिला शिक्षा पदाधिकारी एम. दास ने बताया कि रुकनपुरा के झुग्गी-झोपड़ियों वाले इलाके में चल रहे प्राइमरी स्कूल को जब्त मकान में ट्रांसफर कर दिया गया है।


हाई कोर्ट की ओर से रास्ता साफ होने के बाद सरकार ने तेजी से कदम उठाते हुए जब्त मकान में स्कूल खोलने का काम पूरा किया। छह सितंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में जब्त मकान को मानव संसाधन विकास विभाग को दे दिया था।


गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2010 में बिहार विधानसभा चुनावों के दौरान कहा था कि भ्रष्ट अधिकारियों के मकान को जब्त कर उसमें सरकारी स्कूल खोले जाएंगे।

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