हैदराबाद ।। आंध्र प्रदेश के तेलंगाना क्षेत्र में आबकारी विभाग के हजारों कर्मचारी पृथक राज्य की मांग को लेकर यहां जारी हड़ताल में शामिल हो गए हैं। बुधवार को हड़ताल का 23वां दिन है।

आबकारी विभाग के कांस्टेबल से लेकर संयुक्त आयुक्त तक के करीब 4,000 कर्मचारियों ने तेलंगाना राज्य के समर्थन में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है।

इससे अधिकारियों को तेलंगाना क्षेत्र के हैदराबाद और नौ अन्य जिलों में शराब की बिक्री न होने का डर है। यदि अगले कुछ दिनों तक हड़ताल जारी रही तो इलाके की शराब की दुकानें आपूर्ति न होने के कारण बंद करनी पड़ेंगी।

तेलंगाना आबकारी कर्मचारियों की संयुक्त कार्रवाई समिति के अध्यक्ष ए. चंद्रईया गौड़ का कहना है, “यह पूर्ण हड़ताल होगी, कोई भी कर्मचारी अपने काम पर नहीं जाएगा।”

बीते सप्ताह से ही कर्मचारियों का एक वर्ग काम पर नहीं जा रहा था।

हड़ताल की वजह से तेलंगाना के विभिन्न हिस्सों व रायलसीमा क्षेत्र में खुदरा विक्रेताओं को शराब की आपूर्ति नहीं हो पाएगी। दरअसल आबकारी कर्मचारियों से मंजूरी मिलने के बाद ही शराब की आपूर्ति की जाती है।

तेलंगाना क्षेत्र में 15 शराब भट्टियां हैं, चार शराब निर्माण कार्यशालाएं और 17 भंडार गृह हैं। हड़ताल से राज्य सरकार को प्रतिदिन 50 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो सकता है।

राज्य में 2,500 लीटर शराब की वार्षिक बिक्री होती है। इनमें से 60 प्रतिशत बिक्री तेलंगाना में होती है।

आंध्र प्रदेश में शराब से सबसे ज्यादा राजस्व प्राप्त होता है। इसका सरकारी खजाने में प्रतिमाह 1,300 करोड़ रुपये का योगदान होता है।

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