भोपाल ।। स्थानांतरण के तीन माह बीत जाने पर कार्यभार न ग्रहण करने को मध्य प्रदेश सरकार ने कर्तव्य निर्वाहन मे लापरवाही मानते हुए महिला बाल विकास अधिकारी माया गोहिया को निलम्बित कर दिया है।

आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी में बताया गया है कि राजस्व विभाग से प्रतिनियुक्ति पर आई गोहिया जबलपुर में महिला एवं बाल विकास अधिकारी के पद पर कार्यरत थीं। लगभग तीन माह पूर्व उनका स्थानांतरण टीकमगढ़ हुआ था। कार्यभार से मुक्त होने के बावजूद गोहिया नवीन पदस्थापना स्थल टीकमगढ में अपने कार्य पर उपस्थित नहीं हुई। कर्तव्यों के निर्वहन में घोर लापरवाही मानते हुए महिला बाल विकास मंत्री रंजना बघेल ने गुरुवार को गोहिया को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया।

मालूम हो कि बीते दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक में निर्देश दिए थे कि जो अधिकारी-कर्मचारी राजनीतिक दबाव से अपनी पदस्थापना निरस्त कराएंगे उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। इसके अलावा प्रशासनिक आवश्कता के अनुसार जिन कर्मचारियों की पदस्थापनाएं कुपोषण प्रभावित क्षेत्रों में होती हैं तो उन्हें वहीं सेवाएं देनी होगी। पदभार ग्रहण नहीं करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश भी उन्होंने दिए थे। मुख्यमंत्री के निर्देशों पर ही बघेल ने गोहिया के खिलाफ कार्रवाई की है।

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