लंदन, Hindi7.com ।। 21 जुलाई 2011 दिन गुरुवार क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक दिन है क्योंकि ये टेस्ट क्रिकेट के इतिहास का 2000वाँ टेस्ट होगा। साथ ही ये मैच भारत और इंग्लैंड के बीच खेला जाने वाला 100वाँ टेस्ट भी है। दोनों टीम तैयार हैं, किसी को अपनी नंबर एक पोजीशन बरकरार रखनी है तो कोई नंबर एक बनने के लिए एड़ी-चोटी तक का जोर लगा देने के लिए तैयार है।  

 भारतीय टीम

महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), गौतम गंभीर, सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, सुरेश रैना, युवराज सिंह, वीवीएस लक्ष्मण, अभिनव मुकुंद, प्रवीण कुमार, हरभजन सिंह, ज़हीर ख़ान, श्रीसंत, मुनाफ़ पटेल, अमित मिश्रा, ईशांत शर्मा और रिद्धिमान साहा.

इंग्लैंड टीम

एंड्रयू स्ट्रॉस (कप्तान), एलेस्टर कुक, जोनाथन ट्रॉट, केविन पीटरसन, इयन बेल, ई मॉर्गन, मैट प्रॉयर, स्टुअर्ट ब्रॉड, ग्रैम स्वान, क्रिस ट्रेमलेट, जेम्स एंडरसन और टिम ब्रेसनैन.

मैदान: लॉर्ड्स (लंदन)

अंपायर: असद रऊफ़ (पाकिस्तान) और बिली बॉडेन (न्यूज़ीलैंड)

मैच रेफ़री: रंजन मदुगले (श्रीलंका)

भारत और इंग्लैंड के बीच चार टेस्ट मैचों की सिरीज़ का पहला टेस्ट गुरुवार को लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान में शुरू हो रहा है। टेस्ट क्रिकेट में शीर्ष पर जाने की होड़ के बीच ये टेस्ट मैच भारत के मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के लिए भी खास है। क्योंकि इस मैच से सचिन शतकों का शतक लगाने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी बन जाएंगे।

क्या दो ऐतिहासिक पड़ावों के बीच सचिन 100वाँ अंतरराष्ट्रीय शतक लगाकर इस खास टेस्ट में चार चाँद लगाएँगे, सभी क्रिकेट प्रेमियों की निगाह इस पर है। सचिन को यह याद दिलाने के लिए उनका बेटा अर्जुन भी लॉर्ड्स में उनके साथ प्रैक्टीस करता दिखाई दिया।

सचिन ने अब तक टेस्ट मैचों में 51 और एक दिवसीय मैचों में 48 शतक लगाए हैं, यानी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनके 99 शतक हैं। हालाँकि 100वें शतक की उम्मीदों के बीच सचिन ने स्पष्ट किया है कि वे रिकॉर्ड के बारे में नहीं सोच रहे हैं। लॉर्ड्स के मैदान पर वर्ष 1996 में अपना पहला टेस्ट खेलने वाले राहुल द्रविड़ भी भारतीय टीम का हिस्सा हैं और उनसे भी भारतीय टीम को बहुत उम्मीदें हैं।

साथ ही वीवीएस लक्ष्मण भी हैं, जिन्होंने कई बार टीम को संकट से उबारा है और बेहतरीन बल्लेबाज़ी की है। ये भी माना जा रहा है कि लॉर्ड्स के मैदान पर इन तीन भारतीय सितारों का ये आख़िरी टेस्ट हो सकता है। अब बात करते हैं विपक्षी टीम की जिसमें हर खिलाड़ी अपने घरेलू विकेट का लाभ उठाना चाहेगा। दूसरी ओर इंग्लैंड के खिलाड़ी मानते हैं कि किसी एक खिलाड़ी पर ज़रूरत से ज़्यादा ध्यान केंद्रित करना उनके लिए ख़तरनाक हो सकता है। सचिन के अतिरिक्त और कई खिलाड़ी भी हैं जो विपक्षी टीम को परेशानी में डाल सकते है। विपक्षी टीम के लिए राहत की बात यह है कि भारत के एक और स्टार खिलाड़ी वीरेंदर सहवाग कंधे की चोट के कारण पहले दो टेस्ट मैच नहीं खेल पाएँगे।

इंग्लैंड के स्टार स्पिनर ग्रैम स्वान कहते हैं, “माना कि वे इस समय दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हैं। लेकिन हम सिर्फ़ उन पर ध्यान देंगे तो कोई और आकर हमसे मैच छीन सकता है।” स्वान ने भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की जमकर तारीफ़ की और कहा कि धोनी करिश्माई खिलाड़ी हैं और विपक्षी टीम के लिए काफ़ी ख़तरनाक साबित हो सकते हैं।

क्रिकेट को जन्म देने वाले देश इंग्लैंड ने भले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के कई बुरे दौर देखे हों, लेकिन इस सिरीज़ में टीम आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर मौजूद भारत को पछाड़ने की पूरी तैयारी में है।

अगर चार टेस्ट मैचों की सिरीज़ में इंग्लैंड ने बड़े अंतर से जीत हासिल की, तो भारत का सिंहासन छिन सकता है और इंग्लैंड की टीम टेस्ट क्रिकेट की नंबर वन टीम बन सकती है। इंग्लैंड के दो टॉप ऑर्डर बल्लेबाज़ एलेस्टर कुक और जोनाथन ट्रॉट अच्छे फ़ॉर्म में हैं और ये इंग्लैंड के लिए अच्छी बात है।

कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस भी अच्छे फ़ॉर्म में हैं। केविन पीटरसन भले ही अच्छे दौर से नहीं गुज़र रहे हों, लेकिन अगर उनका बल्ला चला, तो भारतीय खेमा मुश्किल में पड़ सकता है।

लेकिन बल्लेबाज़ों के दमखम के बीच जानकार यही मान रहे हैं कि जो टीम अपने विपक्षी टीम के 20 विकेट आसानी से उखाड़ेगी, वही जीतेगी।

वर्ष 2007 की सिरीज़ में भी यही हुआ था, जब ज़हीर ख़ान के नेतृत्व में भारतीय गेंदबाज़ों ने अच्छा प्रदर्शन किया और भारत ने 1-0 से सिरीज़ जीती थी।

भारत के द वॉल राहुल द्रविड़ का कहना है, “अगर हम अपने तेज़ गेंदबाज़ों को फिट रख पाएँगे, तो मुक़ाबला रोचक हो जाएग।”

एक बार फिर भारतीय तेज़ आक्रमण की ज़िम्मेदारी ज़हीर ख़ान के कंधों पर होगी। उनका साथ देने के लिए टीम में ईशांत शर्मा, श्रीसंत और मुनाफ़ पटेल भी हैं। जबकि स्पिन की कमान भज्जी के कंधों पर होगी।

दूसरी ओर भारतीय बल्लेबाज़ों को क्रिस ट्रेमलेट, स्टुअर्ट ब्रॉड, जेम्स एंडरसन और टिम ब्रेसनैन के साथ-साथ खतरनाक स्पिनर ग्रैम स्वान से भी जूझना होगा

Rate this post

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here