नई दिल्ली ।। निजी एयरलाइन कम्पनी, किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक विजय माल्या ने सोमवार को कहा कि उनकी कम्पनी के कर्ज को कम्पनी के आकार से तुलना करके देखा जाना चाहिए। माल्या ने कहा कि उनकी कम्पनी के पास बकाए का भुगतान करने के लिए अभी नौ साल हैं।

माल्या ने यहां एक औद्योगिक कार्यक्रम के इतर मौके पर संवाददाताओं से कहा, “आपको हमारे आकार की तुलना में कर्ज को देखना चाहिए।”

माल्या के अनुसार, कम्पनी का कर्ज कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन ब्याज की बढ़ रही लागत चिंता का विषय है। उन्होंने कहा, “ब्याज दर में वृद्धि चिंता का एक विषय है।”

ज्ञात हो कि किंगफिशर पर 6,000 करोड़ रुपये का कर्ज है। कम्पनी ने इससे निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसमें सस्सी विमानन सेवा बंद करना और कर्ज के एक हिस्से का पुनर्गठन जैसे कदम शामिल हैं।

कम्पनी ने ग्लोबल डिपॉजिटरी रिसीप्ट के जरिए 25 करोड़ डॉलर जुटाने की योजना बनाई है। हाल ही में हिंदुस्तान पेट्रोलियम ने कुछ घंटों के लिए किंगफिशर एयरलाइंस को ईंधन की आपूर्ति बंद कर दी थी, क्योंकि कम्पनी पर ईंधन मूल्य का बकाया 650 करोड़ रुपये तक पहुंच गया था।

घरेलू विमानन कम्पनियों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के सवाल पर माल्या ने कहा, “हम घरेलू विमानन कम्पनियों में एफडीआई चाहते हैं।”

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