Hindi7.com ।। अंगूठा चूसना छोटे बच्चों का शगल होता है। जब उसे ऐसा करने से रोका जाता है, तो वह रो-रोकर पूरे घर में कोहराम मचा देता है। कई मां तो मजबूर होकर अपने बच्चे का अंगूठा खुद ही उसके मुंह में डाल देती हैं। बहरहाल, जो भी हो बच्चे की और ऐसी मांओं की यह आदत कतई अच्छी नहीं है। कोई-कोई बच्चा तो अपनी सारी उंगलियों को ही अपने मुंह में डाल लेता है, तो कोई अपनी हथेली को चूसता रहता है।

हम आपको बता दें कि जो बच्चे अंगूठा चूसते हैं, उनके दांत खराब और देर से निकलते हैं। कई के दांत बाहर की ओर निकल आते हैं, तो कई के अंदर की ओर धंस जाते हैं। अंगूठा चूसने वाले बच्चों के होंठ भी अक्सर मोटे होते हैं। सबसे अहम् यह कि इससे बच्चे की उंगलियों में लगी सारी गंदगी उसके पेट में चली जाती है, जिससे आपके बच्चे को कब्ज, बदहजमी व पेट से संबंधित अन्य बीमारियां हो सकती हैं।

जो बच्चे ज्यादा अंगूठा चूसते हैं, उनका अंगूठा टेढ़ा और कमजोर हो जाता है। जबड़े भी कमजोर हो जाते हैं। बच्चे के आवाज की एकरूपता जा सकती है। चेहरे और मुंह की सुंदरता भी बिगड़ सकती है। बच्चे की इस आदत से कमोबेश सारी माताएं परेशान रहती हैं। अगर आप भी परेशान हैं, तो हमारे द्वारा बताये गये इन उपायों को गंभीरता से अपने बच्चे पर आजमाइएं और फिर देखिए कैसे यह जादू की तरह काम करता है —

● रात में अपने बच्चे के हाथों में दस्ताने पहना दें। अगर आपका बच्चा अधिक शरारती है, तो दस्ताने को अच्छी तरह बांध दें। ऐसा नहीं करने पर वह दस्ताने को खोल कर फेंक देगा और आपको पता भी नहीं चलेगा।

● बच्चे के अंगूठे में नीम की पत्तियों को या चिरायता को पीसकर लगा दें। वह जब भी अंगूठे को चूसने की कोशिश करेगा, उसे कड़वा लगेगा और फिर धीरे-धीरे चूसना छोड़ देगा। कड़वा लगने पर वह रो भी सकता है, लेकिन आप अपने हृदय को कठोर बनाये रखें।

● बच्चे के अंगूठे पर फेमाइट [एक बदबूदार पाउडर] का लेप लगा दें। काले नमक को पीसकर इसका लेप भी लगा सकते हैं।

● बच्चों को बार-बार खाने की वस्तुएं जैसे फल, तरबूज का रस, गाय का दूध आदि पोषक, आहार के रूप में दें।

● बाजार में शहद से भरे निप्पल मिलते हैं। बच्चे की आदत को छुड़ाने के लिए इनका इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन जरूरत से ज्यादा इनका इस्तेमाल न करें।

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