वेलिंगटन, Hindi7.com ।। न्यूजीलैंड आने वाले प्रशिक्षित प्रवासियों में भारतीयों की संख्या सबसे अधिक है। वित्त वर्ष 2010-11 में यहां आने वाले प्रशिक्षित प्रवासियों में भारतीय प्रवासियों के आवेदनों को अन्य की तुलना में 12 प्रतिशत अधिक संख्या में स्वीकार किया गया। प्रवासी रुझान सांख्यिकी रिपोर्ट के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, यहां आनेवाले प्रमुख प्रवासी समुदायों में ब्रिटेन से आने वाले प्रशिक्षित प्रवासियों की संख्या में 17 प्रतिशत तक की कमी आई है। इसी तरह चीन से आने वाले प्रवासियों की संख्या में 11, दक्षिण अफ्रीका से आने वाले प्रवासियों की संख्या में 37 और फिलीपींस से आने वाले प्रवासियों की संख्या में 25 प्रतिशत तक की कमी आई है।

इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत से आने वाले प्रवासियों की संख्या में वृद्धि का प्रमुख कारण पढ़ने वाले भारतीय छात्रों का आना है। ऐसे छात्रों ने पहले तो अल्पकालिक रोजगार हासिल किया और बाद में यहां अपना स्थायी घर बनाकर रहने लगे। भारतीय प्रवासियों के मकानों को अन्य की तुलना में 12 प्रतिशत अधिक की सेख्या में मंजूरी मिली है। इस रिपोर्ट में आवास कार्यक्रम, स्थायी पेशेवर प्रवासी और अल्पकालिक प्रवेश से संबंधित आंकड़ों को शामिल किया गया है।

न्यूजीलैंड में समीक्षा कालीन अवधि में 69,448 छात्र वीसा को मंजूर किया गया। पिछले कारोबारी साल में 67,453 छात्र वीसा को मंजूर किया गया था। मंजूर किए गये छात्र वीसा में चीन के सर्वाधिक 23, भारत के 17 और दक्षिण कोरिया के 12 प्रतिशत थे।

न्यूजीलैंड प्रतिनिधि सभा में भारतीय मूल के सांसद कंवलजीत सिंह ने कहा कि “न्यूजीलैंड एक शांत देश है। इस कारण से यह पढ़ाई के लिए बेहतर जगह है। यहां की प्राकृतिक छटा और सांस्कृतिक विविधता के कारण भी भारतीय छात्र यहां खींचे चले आते हैं।”

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