तलाइवा यानी की रजनीकांत को उनकी नई फिल्म ‘काला’ के लिए फ्री की पब्लिसिटी मिलनी शुरू हो गई है। लेकिन हो सकता है ये पब्लिसिटी उनके लिए नुकसान दायक साबित हो। ‘काला’ फिल्म के एक पात्र को रियल लाइफ से इंस्पायर बता के जवाहर नाडर ने रजनीकांत पर 101 करोड़ का मानहानी का नोटिस भेजा है।
इससे पहले भी कावेरी नदी विवाद पर दिए एक बयान के बाद रजनीकांत की इस फिल्म को कर्नाटक में बैन कर दिया गया है।
जवाहर नाडर के अनुसार फिल्म ‘काला’ उनके पिता एस तिराविम के जीवन पर आधारित है। रजनीकांत और उनके दामाद धनुष ने यह फिल्म उनके पिता के नाम को खराब करने के लिए बनाई जा रही है। उन्होंने बताया कि यह सब किसी पॉलिटिकल एजेंडे के तहत द्रविड और उससे जुड़ी दूसरी अल्पसंख्यक जातियों के अधिकारों के हनन के लिए किया जा रहा है। उन्होंने इस बात पर भी ऐतराज किया कि उनके पिता का नाम मीडिया को दिए जा रहे इंटरव्यू में भी लिया जा रहा है जो कि सीधा–सीधा हमारी मानहानी है।
उन्होंने यह भी कहा कि रजनीकांत अपनी पॉलिटिकल तृष्णा को पूरा करने, अमीरो और संभ्रांत वर्ग का साथ पाने के लिए ऐसा कर रहे हैं। फिल्म का नाम ‘काला कालिकरण’ पूरे समाज को दो गुटों में बांटने के उद्देश्य से दिया गया है। उन्होंने कहा कि रजनीकांत और पूरी फिल्म का स्टाफ उनसे लिखित रूप में माफी मांगे। अगर नोटिस मिलने के 36 घंटे के अंदर ऐसा नहीं किया गया तो उन्हें जुर्माने के रूप में 101 करोड़ देने होंगे।