भोपाल ।। मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले के एक होनहार गरीब छात्र का सपना आर्थिक संकट के कारण खटाई में पड़ सकता था, मगर रेडक्रॉस सोसायटी की मदद से उसका सपना साकार होने की उम्मीद जागी है। इस छात्र के मजदूर मां-बाप के लिए चिकित्सा महाविद्यालय की फीस जमा करना मुश्किल था।
अनुसूचित-जाति के छात्र राजकुमार पचलानिया का छत्तीसगढ़ राज्य की पीएमटी परीक्षा में चयन हुआ था। गरीबी की पृष्ठभूमि वाले उसके परिवार को इस खबर ने कुछ वक्त के लिए खुश जरूर किया, लेकिन मेडिकल की पढ़ाई के महंगे खर्च का पता लगते ही घर के लोगों की पेशानी पर बल आने में देर नहीं लगी।
होनहार छात्र ने इस परेशानी से उबरने का रास्ता भी खुद तलाशा। उसने 24 अगस्त को होशंगाबाद के कलेक्टर निशांत वरवड़े से मिलकर उन्हें पूरी बात बताई। उसका कहना था कि उसके माता-पिता मजदूरी करके गुजारा कर रहे हैं और इसके चलते मेडिकल की पढ़ाई करना उसके लिए मुश्किल है।
कलेक्टर ने गरीब छात्र को हिम्मत दिलाई और भरोसा दिलाया कि जिला प्रशासन उसके साथ खड़ा है। कलेक्टर ने रायपुर के चिकित्सा महाविद्यालय के लिए चयनित इस छात्र के दाखिले के लिए अधिष्ठाता (डीन) से संपर्क कर जरूरी मदद का आग्रह तो किया ही, जिला रेडक्रस सोसायटी के कोष से 39,000 रुपये भी कलेज के नाम मंजूर करवाए। होनहार छात्र राजकुमार अब डक्टरी की पढ़ाई के लिए रायपुर रवाना हो रहा है।