मुंबई, Hindi7.com ।। पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज आता नहीं दिखता। वह हमेशा भारत को नुकसान पहुंचाने की फिराक में लगा रहता है। एक तरफ भारत उससे दोस्ती का हाथ बढ़ता है, तो वहीं पाकिस्तान भारत के बढ़े हाथ को जख्मी करने से नहीं चुकता। हाल के दिनों में भारत कुछ ऐसे ही सकारात्मक प्रयास करने में लगा था, लेकिन अब जो बात सामने आई है, उससे दोनों देशों के बीच अविश्वास को ही बढ़ावा मिलेगा।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी [एनआईए] से जुड़े सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि एनआईए को इस बात के पक्के सबूत मिले हैं कि भारत में मौजूद और आनेवाले जाली नोटों की छपाई पाकिस्तान में होती है।
पाकिस्तान में ही छपते हैं भारतीय नकली नोट
सूत्रों के अनुसार, जांचकर्ताओं ने जब्त किए गए जाली नोटों और पाकिस्तान के असली नोटों का एक सेमपल एक विशेषज्ञ समिति के पास भेजा था। इस समिति ने इस बात की जांच की है कि दोनों नोटों की छपाई में क्या समानता है? सेक्योरिटी प्रिटिंग एंड मिंटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि नोट की जांच के बाद यह बात सामने आई है कि जाली भारतीय मुद्रा पाकिस्तानी प्रेस में ही छापी जाती है।
पाकिस्तानी नोटों और भारतीय नकली नोटों का पीएच मान [वैल्यू] समान है
विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट के मुताबिक, नकली भारतीय नोट और पाकिस्तानी नोटों की छपाई में ड्राई ऑफसेट प्रिंटिंग पद्धति का इस्तेमाल किया गया है। दिलचस्प बात तो यह है कि पांच सौ और एक हजार रुपये मूल्य के नकली भारतीय नोटों पर मिला पीएच मान पाकिस्तानी नोटों पर मिले पीएच मान [वैल्यू] के बराबर है।
भारतीय नकली नोट और पाकिस्तानी नोट का जीएसएम समान है
भारतीय नकली नोट और पाकिस्तानी नोट पर मिले ग्राम/[पर] स्क्वायर [जीएसएम] भी समान हैं। जीएसएम किसी कागज की प्रकृति का संकेतक होता है। भारतीय नकली नोटों और पाकिस्तानी नोटों का एक जैसा जीएसएम, इस बात का संकेत है कि दोनों कागजों का स्रोत एक ही है।
पाकिस्तान द्वारा नकली नोटों को भारत भेजना जंग के समान है
पाक द्वारा नकली नोटों की खेप भारत भेजना एक तरह का जंग है। यह पाकिस्तान की रणनीति का हिस्सा है। ऐसे करके वह भारत की मजबूत होती अर्थव्यवस्था को कमजोर करना चाहता है।
दूसरी ओर देश की केंद्रीय सरकार भी इस मामले के प्रति लापरवाह है। सरकार इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है। हवाला कारोबार, सीमाओं पर चौकसी में कमी जैसे कारणों से पाकिस्तान अपने मंसूबों में लगातार कामयाब होता आ रहा है। सरकार को इस तरह के मामलों में अधिक संवेदनशीलता दिखाने की जरूरत है, जिसमें अभी तक वह नाकाम रही है।
नेपाल के रास्ते आता है नकली भारतीय नोट
एक तरफ भारत दुनिया में उभरती बड़ी ताकतों की कतार में खड़ा होने का दावा करता है, तो वहीं दूसरी ओर नेपाल जैसे पड़ोसी देश पर भी शिकंजा कसने या निगरानी रखने में नाकाम रहता है। कहा जाता है कि नेपाल से भारत के मधुर संबंध हैं, फिर भी नेपाल भारत की समस्याओं को लेकर गंभीरता से कोई कार्रवाई नहीं करता। गौरतलब है कि पाकिस्तान से सबसे अधिक नकली भारतीय नोटों की खेप नेपाल के रास्ते होकर ही भारत पहुंचता है।