मुम्बई ।। देश के शेयर बाजारों में गुरुवार को भारी गिरावट दर्ज की गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 704.00 अंकों की गिरावट के साथ 16361.15 पर जबकि निफ्टी 210 अंकों की गिरावट के साथ 4924 पर बंद हुआ।
भारतीय शेयर बाज़ार में गिरावट अमेरिका में मंदी का नतीजा मानी जा रही है। जानकारों का कहना है कि वैश्विक बाज़ारों में जारी गिरावट और रुपये के अवमूल्यन का असर बृहस्पतिवार को भारतीय शेयर बाजारों पर छाया रहा।
जानकारों का कहना है कि आईटी, मेटल, बैंक, कंज्यूमर गुड्स, तेल और गैस और हेल्थ केयर जैसे सभी क्षेत्रों में गिरावट देखी जा रही है। सबसे ज्यादा गिरावट रियल्टी शेयर दिखा रहे हैं। जेपी एसोसिएट्स करीब 7 फीसदी टूटा है। डीएलएफ में भी 5 फीसदी से ज्यादा की कमजोरी है।
कमजोर शुरुआत के बाद सेंसेक्स दोपहर 2:15 बजे 555 अंक से अधिक की गिरावट के साथ 16,509.49 अंक पर आ गया। इस दौरान रीयल्टी, मेटल और रिफाइनरी शेयरों में चार प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई।
डालर के मुकाबले रुपये में गिरावट के बावजूद आईटी शेयर भी बिकवाली की मार के शिकार हुए क्योंकि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी आने पर उनका कारोबार प्रभावित हो सकता है।
इसी तरह, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 161.25 अंक टूटकर 5,000 अंक के स्तर से नीचे आ गया। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी भारी गिरावट का रुख था।