Lok-Sabha-Elections

भारत में 1952 से आम चुनाव का आयोजन किया जा रहा है। अब तक 17 लोकसभा के चुनाव हो चुके हैं। प्रत्येक चुनाव 5 वर्ष के अतंराल पर आयोजित की जाती है। हलांकि बीच में किसी कारण से अगर लोकसभा भंग हो जाती है तो बीच में चुनाव का आयोजन किया जाता है। जानें चुनाव से जुड़े तथ्य।

लोकसभा का चुनाव की शुरूआत

लोकसभा चुनाव की शुरूआत भारत में 1952 से हुई। 1952 के बाद से हर 5 वर्ष में आम चुनाव का आयोजन होता रहा है। 545 सदस्यों के लोकसभा के लिए चुनाव का आयोजन होता है। लोकसभा के चुनाव को महत्वपुर्ण माना जाता है, चुंकि इस चुनाव के आधार पर ही भारत में केंद्र की सरकार का गठन होता है। भारत में अप्रत्यक्ष लोकतंत्र की व्यवस्था है। भारत के लोकतंत्र में जनता अपने प्रतिनिधी को चुनती है और फिर वो प्रतिनिधी प्रधानमंत्री को चुनते हैं।

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भारत में आम चुनावों के प्रमुख तथ्य

  1. भारत में पहले आम चुनाव में 489 सीटों के लिए चुनाव हुएं थे। कांग्रेस पार्टी ने 364 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस चुनाव में पार्टी को कुल 45 प्रतिशत मत प्राप्त हुएं थे। इस चुनाव के बाद पंडित जवाहर लाल नेहरू भारत के प्रधानमंत्री बने थे।
  2. भारत में दूसरा आम चुनाव वर्ष 1957 में आयोजित किया गया था। इस चुनाव में भी कांग्रेस को जीत प्राप्त हुई थी। इस चुनाव में कांग्रेस ने कुल 371 सीटों पर जीत दर्ज की थी। चुनाव के बाद पंडित नेहरू फिर से पार्टी के अध्यक्ष बने थे।
  3. भारत में 1957 के बाद 1962 में आम चुनाव का आयोजन किया गया इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने 361 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस चुनाव के पुर्व कांग्रेस को आंतरिक विरोध का सामना करना पड़ा था। राजगोपालाचारी जैसे नेताओं ने पार्टी से विद्रोह कर दिया था। इस चुनाव में जीत के 2 वर्ष बाद ही पंडित नेहरू की मौत हो गयी थी।
  4. 1967 में भारत में चौथा आम चुनाव का आयोजन किया गया। यह पहला आम चुनाव था जिसमें जवाहर लाल नेहरू हिस्सा नहीं ले रहें थे। इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी इंदिरा गांधी के देंखरेंख में चुनाव लड़ रही थी। इस चुनाव में भी कांग्रेस को जीत मिली कांग्रेस पार्टी को इस चुनाव में अपने सीटों में भारी गिरावट का सामना करना पड़ा। इस चुनाव में कांग्रेस को कुल 283 सीट प्राप्त हुए थे।
  5. 1971 में इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस पार्टी ने समय से पहले चुनाव करवाने का एलान कर दिया और इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने 352 सीटों पर जीत प्राप्त हुई। इस चुनाव से पहले भारत पाकिस्तान तनाव ने इंदिरा गांधी को काफी सहायता की थी।
  6. 1971 के बाद भारत मे 1977 में आम चुनाव का आयोजन किया गया। यह चुनाव इस कारण महत्वपुर्ण था चुंकि यह चुनाव आपातकाल के बाद आयोजित किया जा रहा था। इस चुनाव में भारत के इतिहास में पहली बार कांग्रेस पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। भारत में जयप्रकाश नारायण के अह्वान पर हुए संपूर्ण क्रांति में देश भर कांग्रेस के विरोध में माहौल बने थे इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी को मात्र 153 सीटों से संतोष करना पड़ा था।
  7. 1980 का लोकसभा चुनाव जनता पार्टी के सरकार के गिरने के बाद लोकसभा भंग होने के कारण संपन्न हुआ इस चुनाव में एक बार फिर से कांग्रेस पार्टी ने वापसी की। इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने कुल 287 सीट जीतकर वापसी की थी। इंदिरा गांधी एक बार फिर से देश की प्रधानमंत्री बनी।
  8. 1984 का लोकसभा चुनाव के पूर्व देश की पहली महिला प्रधानमंत्री और मजबूत नेता इंदिरा गांधी की हत्या कर दी गयी। इस चुनाव में कांग्रेस ने एतिहासिक जीत दर्ज की इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी को कुल 401 सीटों पर जीत मिली।
  9. 1989 का आम चुनाव एक बार फिर से कांग्रेस की हार बनकर आया इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी 401 से लुढ़क कर 197 सीटों पर सीटों पर सीमट गयी। इस चुनाव में बोफोर्स तोप में दलाली के मामले को आधार बनाकर विपक्ष ने चुनाव लड़ा था। चुनाव के बाद विश्वनाथ प्रताप सिंह देश के प्रधानमंत्री बने।
  10. 1991 में चन्द्रशेखर की सरकार के गिर जाने के बाद आम चुनाव का आयोजन हुआ इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने कुछ हद तक वापसी की इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी को 244 सीट प्राप्त हुए इस चुनाव के बीच में ही राजीव गांधी की हत्या कर दी गयी।
  11. 1996 का आम चुनाव काफी रोचक रहा इस चुनाव में कांग्रेस की हार हो गयी। इस चुनाव में बीजेपी 161 सीट जीत कर सबसे बड़ी पार्टी बन गयी। इस चुनाव के बाद संयुकत् मोर्चा ने कांग्रेस के सहयोग से सरकार बनाया।
  12. 1998 में इंद्र कुमार गुजराल के सरकार के अल्पमत में आने के बाद चुनाव संपन्न हुआ इस चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाली गठबंधन को जीत प्राप्त हुई।
  13. 2000 में अटल सरकार से अल्पमत में आ जाने के कारण चुनाव करवाना पड़ा इस चुनाव में एक बार फिर बीजेपी के नेतृत्व वाली गठबंधन को जीत मिली एक बार फिर से अटल विहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री बने।
  14. 2004 में एक बार फिर से 6 माह पुर्व ही सरकार ने आम चुनाव करवाने का फैसला लिया इस चुनाव में एनडीए गठबंधन की हार हुई। कांग्रेस की नेतृत्व वाली पार्टी गंठबंधन ने जीत प्राप्त किया। सोनिया गांधी के इनकार करने के बाद  मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री बने।
  15. 2009 में भी एक बार फिर से कांग्रेस गठबंधन की जीत हुई। एक बार फिर से मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री बने। आडवाणी के नेतृत्व वाली एनडीए की हार हुई।
  16. 2014 का आम चुनाव ने भारत में इतिहास रच दिया इस चुनाव में बीजेपी ने अपने दम पर ही पूर्ण बहुमत प्राप्त किया। 283 सीट जीतकर नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने।
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