नई दिल्ली ।। देश में सिर और गर्दन के कैंसर के कुल मामलों में से आधे का कारण तम्बाकू का सेवन है। यह खुलासा एक कैंसर शोध संस्थान के अध्ययन में हुआ।

दिल्ली के धर्मशिला अस्पताल और शोध संस्थान द्वारा किए गए एक अध्ययन में कहा गया, “सिर और गर्दन के कैंसर के लगभग 50 फीसदी मामले के लिए जिम्मेवार कारक तम्बाकू का सेवन है।”

इस अध्ययन में 2000 से 2010 तक सर्जिकल ओंकोलॉजी [सिर और गर्दन] के तहत दर्ज किए गए कैंसर के 915 मामलों का अध्ययन किया गया।

अध्ययन में कहा गया कि सिर और गर्दन के कैंसर के 96 फीसदी मामलों का कारण बिना धूम्रपान वाले तम्बाकू पदार्थो का सेवन है। इन पदार्थो में खैनी, गुटका, जर्दा जैसे तम्बाकू उत्पाद आते हैं।

वर्ष 2009 में ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे द्वारा किए गए एक अध्ययन के मुताबिक देश की 35 फीसदी आबादी, यानी, 27.49 करोड़ लोग तम्बाकू का सेवन करते हैं।

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