Hindi7.com ।। माइग्रेन सिर में अचानक शुरू होने वाला एक ऐसा दर्द है, जो आपको ऐसी पीड़ा देता है, जिसे आपके लिए बर्दास्त करना मुश्किल हो जाता है। इसका असर जब तक आपके सिर में रहता है, आप किसी तिलमिलाएं कुत्ते की भांति व्यवहार करते नजर आते हैं। याद कीजिए, उस पल को जब आपने किसी टहलते कुत्ते की टांग पर पत्थर/मिट्टी के टुकड़े से प्रहार किया था, और वह दर्द व असहनीय पीड़ा में कराहता और तिलमिलाता हुआ भागा था, कुछ इसी प्रकार का दर्द होता है इस माइग्रेन में। आपका आधा सिर एक उंगली के ऊपर नाचते कटोरे की भांति चक्कर खाता प्रतीत होगा।

माइग्रेन अपनी मर्जी का मालिक होता है। अपने आप आएगा और आपको परेशान करने के बाद, अपने आप ही गायब हो जाएगा। इसके शुरू होने के कोई खास लक्षण नजर नहीं आते और न ही बताया जा सकता है। एकबार आने के बाद, यह कितनी देर तक रहेगा, यह भी कहना मुश्किल है। इसके असहनीय दर्द को कम करने के लिए आप दवाओं का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन आपको माइग्रेन बार-बार परेशान करता है, तो अच्छा होगा कि आप घरेलू उपचार के ऊपर अपना ध्यान केंद्रीत करें। जब कभी आपके प्यारे और बेशकिमती सिर में माइग्रेन का हमला हो, तो इन घरेलू नुस्खों को आजमाएं —

औषधिय तेलों से सिर की मालिश — औषधिय तेलों के साथ अपने सिर, गर्दन और कंधों की मालिश करवाएं। इससे आपको आराम मिलेगा।

गर्म पानी से सिर की मालिश — एक तौलिये को गर्म पानी में डुबाएं और दर्द वाले हिस्से की मालिश करें।

ठंडे पानी से सिर की मालिश — एक तौलिये को ठंडे पानी में डुबाएं और दर्द वाले हिस्से की मालिश करें। पानी को अधिक ठंडा करने के लिए बर्फ के टुकड़ों का इस्तेमाल कर सकते हैं।

हौले-हौले सांस लें — सांस धीमी गति से और लंबी लें। इससे आपको पीड़ा में राहत मिलेगी और बेचैनी भी कम होगी।

अरोमा थेरेपी — माइग्रेन के इलाज का एक प्रचलित थेरेपी है। इसमें औषधिय तेलों को एक तकनीक द्वारा हवा में फैला दिया जाता है। इसके अलावा वाष्प के द्वारा भी औषधिय तेलों को आपके चेहरे पर डाला जाता है। जब आपके ऊपर इस थेरेपी को आजमाया जा रहा होता है, तो उस समय हल्के संगीत का भी इस्तेमाल किया जाता है। आप को पता ही होगा कि संगीत में कितनी ताकत होती है, है न?

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