नई दिल्ली ।। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद ने गुरुवार को कहा कि देश में गैर संक्रामक रोगों जैसे मधुमेह, श्वसन संबंधी रोग, कैंसर और हृदय रोग से लगभग 50.5 प्रतिशत मौतें होती हैं।

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय से संबद्ध संसदीय सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए आजाद ने सदस्यों को बताया कि हाल ही में जो आकड़े जारी किए गए थे उनमें गैर संक्रामक रोगों का खतरा दुनियाभर में और विशेष रूप से भारत में बढ़ रहा है।

अनुमान है कि गैर संक्रामक रोगों से दुनियाभर में 60.3 प्रतिशत मौतें होती हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य सर्वेक्षण के अंतर्गत जारी आकड़ों का हवाला देते हुए आजाद ने कहा कि यह भी देखा गया है कि विश्व की 20 प्रतिशत से ज्यादा आबादी को कम से कम एक गैर संक्रामक और 10 प्रतिशत आबादी को एक से ज्यादा गैर संक्रामक रोग हैं।

आजाद ने बताया कि गैर संक्रामक रोगों को लेकर चिंता इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि इस वर्ष 19 और 20 सितम्बर को गैर संक्रामक रोगों पर विचार-विमर्श के लिए न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा का विशेष अधिवेशन बुलाया गया है।

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय गैर संक्रामक रोगों के बारे में पहले से ही सचेत है और इसमें राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय अंधापन नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, राष्ट्रीय आयोडीन न्यूनता विकार नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय राजमार्गो पर ट्रॉमा देखभाल सुविधाएं और राष्ट्रीय बधिरता नियंत्रण कार्यक्रम 11वीं योजना से पहले ही शुरू कर दिए गए हैं।

आजाद ने कहा कि फ्लोरिसिस की रोकथाम और नियंत्रण कार्यक्रम, मुंह से संबंधी बीमारियों पर पायलट परियोजना, कैंसर की रोकथाम और नियंत्रण राष्ट्रीय कार्यक्रम, सीवीडी, दिल का दौरा पड़ना, बुजुर्गो के स्वास्थ्य की देखभाल से संबंधित कार्यक्रम, जलने से बचाव का कार्यक्रम, आपदा प्रबंधन/चलते फिरते अस्पताल और अंगों तथा तंतुओं का प्रत्यारोपण पर भी कार्यक्रम 11वीं योजना के दौरान शुरू किए गए।

उन्होंने बताया कि इन कार्यक्रमों को समूचे देश में शहरी, ग्रामीण और झुग्गी-झोपड़ी बस्तियों में रहने वाली आबादी पर लागू किए जाने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि कि कैंसर की रोकथाम और नियंत्रण मधुमेह, हृदय रोग और दिल का दौरा पड़ना जैसे रोगों पर राष्ट्रीय कार्यक्रम पिछले वर्ष अक्तूबर से देश के सौ जिलों में परीक्षण के तौर पर चलाए जा रहे हैं।

आजाद ने कहा कि 12वीं योजना के दौरान इन कार्यक्रमों को पूरे देश में चलाया जाएगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इन बीमारियों के शुरू में ही पता लगने और समय पर इनके इलाज से ठीक होने और जीवित बचने, जोखिमों के कम होने और जीवनशैली में बदलाव से गैर संक्रामक रोगों में कमी आएगी।

बैठक में भारतीय जनता पार्टी [भाजपा] नेता एवं पूर्व केंद्रीय स्वस्थ्य मंत्री सीपी ठाकुर, शिव सेना की भावना पी. ग्वाली पाटील, कांग्रेस के मोती लाल वोरा एवं गिरिजा व्यास ने भाग लिया। इनके अलावा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री एस.गांधीसेल्वन और सुदीप बंदोपाध्याय भी उपस्थित थे।

Rate this post

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here